महेश्वरी विद्यापीठ के बस संचालकों ने पिछले पांच वर्षों से 21 बसों का 21 लाख रुपये का टैक्स नहीं भरा था, जबकि अग्रवाल विद्या विहार के बस संचालकों ने 12 बसों का 12 लाख से अधिक का टैक्स बाकी रखा था। इस सूचना के आधार पर सूरत आरटीओ के मोटर वाहन निरीक्षक बी.जे. गढ़वी, बी.बी. चौधरी और के.के. पंचाल की टीम ने महेश्वरी विद्यापीठ पहुंचकर 21 बसों को जब्त किया और स्कूल संचालकों को आरटीओ टैक्स चुकाने तक बसों को कैंपस से बाहर न निकालने का निर्देश दिया। यदि बसें कैंपस से बाहर निकाली जाती हैं, तो कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई। साथ ही, इस पूरी घटना की जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) को दी गई, जिन्होंने भी स्कूल संचालकों को टैक्स भुगतान तक बसों को बाहर न निकालने का आदेश दिया।
इसी प्रकार, सूरत आरटीओ के वाहन निरीक्षक एस.आर. बोड़र, टी.बी. बारिया और के.बी. पटेल की टीम ने वेसु कैनाल रोड स्थित अग्रवाल विद्या विहार स्कूल कैंपस में जाकर 12 बसों को जब्त कर लिया। इन बसों का मार्च 2020 से आरटीओ टैक्स बाकी था, जिसकी कुल राशि 12 लाख रुपये से अधिक थी। इस मामले की भी जानकारी स्कूल संचालकों और जिला शिक्षा अधिकारी को दी गई।
सूरत आरटीओ के मुताबिक, डीईओ कार्यालय एक परिपत्र जारी कर स्कूल बस संचालकों को लंबित टैक्स चुकाने के निर्देश देगा। चूंकि 17 मार्च से कक्षा 9 और 11 की परीक्षाएं शुरू हो रही हैं, इसलिए परीक्षा में कोई बाधा न आए, इसके लिए स्कूल संचालकों को जल्द से जल्द टैक्स भरने के लिए कहा गया है।
आरटीओ सूत्रों के अनुसार, स्कूल बस संचालक विद्यार्थियों से भारी भरकम शुल्क लेते हैं, लेकिन प्रति सीट सालाना मात्र 200 रुपये का टैक्स भरने से बचते हैं। परिवहन आयुक्त कार्यालय के आदेश के तहत अब सभी बकाया टैक्स वाली स्कूल बसों की सूची तैयार की गई है और जल्द ही टैक्स वसूली अभियान तेज किया जाएगा। यदि स्कूल बस संचालक समय पर टैक्स का भुगतान नहीं करते हैं, तो महेश्वरी विद्यापीठ और अग्रवाल विद्या विहार की तरह अन्य स्कूलों की बसों को भी जब्त कर सील कर दिया जाएगा।