सूरत। शिवशक्ति टेक्सटाइल मार्केट में लगी भीषण आग के बाद अब इस मुद्दे पर भाजपा के दो पार्षदों के अलग-अलग रुख सामने आए हैं। आग से 534 दुकानों में से 60 प्रतिशत से अधिक पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं, जिससे व्यापारियों को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है।
आग हादसे के बाद व्यापारियों की मदद के लिए शिवशक्ति मार्केट रिलीफ फंड बनाया गया है। भाजपा पार्षद दिव्येश राजपुरोहित ने सदन में उपस्थित सभी सदस्यों से अपील की कि वे अपने मासिक वेतन से इस फंड में योगदान दें। साथ ही, राजपुरोहित ने व्यक्तिगत रूप से अपने एक साल का वेतन रिलीफ फंड में देने की घोषणा की।
वहीं, भाजपा के ही दूसरे पार्षद और राजस्थान समाज से आने वाले विजय चोमाल ने इस मामले में अलग रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि व्यापारियों को सरकार से उचित मुआवजा दिलाने के लिए राज्य और केंद्र सरकार में मजबूत तरीके से मांग रखनी चाहिए। उनका मानना है कि व्यापारियों को राहत देने के लिए सरकार का सहयोग जरूरी है, न कि केवल पार्षदों के वेतन से मदद करना।
राजपुरोहित ने जानकारी देते हुए बताया कि अब तक रिलीफ फंड में 2 करोड़ रुपये की व्यवस्था हो चुकी है, जिसमें से 50 लाख रुपये जमा हो चुके हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी.आर. पाटिल ने व्यक्तिगत रूप से 11 लाख रुपये का सहयोग किया है।
दूसरी ओर, विजय चोमाल ने यह भी कहा कि आग बुझाने में फायर विभाग को 36 घंटे का समय लग गया, जो दर्शाता है कि फायर ब्रिगेड को और अधिक आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित करने की जरूरत है। विपक्षी नेता पायल साकरिया ने भी फायर ब्रिगेड को अधिक सशक्त बनाने की मांग का समर्थन किया।
राजपुरोहित ने व्यापारियों को राहत देने के लिए 2025-26 के लिए प्रॉपर्टी टैक्स और प्रोफेशनल टैक्स में छूट देने की भी मांग की। वहीं, चोमाल ने फिर से सरकार से व्यापारियों के लिए वित्तीय सहायता और मुआवजा दिलाने के लिए प्रयास करने की बात कही।
शिवशक्ति टेक्सटाइल मार्केट के इस मुद्दे पर भाजपा के दोनों पार्षदों के अलग-अलग सुर ने समाज में नई चर्चा को जन्म दिया है। अब देखना यह है कि व्यापारियों को राहत देने के लिए किस दिशा में कदम उठाए जाते हैं।