ललित शर्मा,अध्यक्ष,टेक्सटाईल युवा ब्रिगेड सूरत
सूरत कपड़ा बाजार की सबसे बड़ी समस्या लेभागू तत्वों द्वारा ठगी की है। पिछले काफी वर्षों से विभिन्न संस्थाओं द्वारा इस पर लगाम लगाने के लिए काफी मशक्कत की जा रही है। प्रशासन की भी भूमिका इस विषय मे काफी सकारात्मक रही है। लेकिन उसके बावजूद भी इस पर लगाम लगाने में हम सभी नाकाम रहे है। छद्म व्यापारी बड़े ही सुनियोजित तरीके से ठगी को अंजाम देते है तथा बाद में मामला या तो उजागर होता नही है अथवा किन्ही परिस्थितियों में व्यापारी इस विषय मे कड़े कदम उठाता है भी तो कानून व्यवस्था के कारण अन्यान्य प्रकार की दलीलें देकर जमानत पर बाहर आ जाता है। लंबी कानूनी प्रक्रिया तथा देरी से आने वाले फैसले एक प्रकार से पीड़ित व्यापारी के लिए अन्याय के समान ही है क्योकि काफी व्यापारी निराश होकर लड़ाई को बीच मे ही छोड़ देते है। इसका फायदा लेभागू लोग उठा लेते है।
लेकिन हाल ही में सूरत के कपड़ा बाज़ार में ठगी के मामले में कपड़ा दलाल रमेश झाला को 5 साल के कारावास की सजा मिली है, इस फैसले से व्यापारियों को राहत मिली है। उन्हें यह शुकुन मिला है कि उनके साथ ठगी करने वाला सलाखों के पिछे रहेगा तथा अन्य व्यापारी को अपने जाल में नही फंसा सकेगा। रमेश झाला भी सोची समझी रणनीति के तहत अपने सागरितो को अलग अलग मार्केट में बैठाकर चीटिंग का कार्य करता था। व्यापारियों से प्रथम ट्रांजेक्शन बढ़िया करके उन्हें भरोसे में लेकर बाद में बड़े ऑर्डर देकर गायब हो जाते थे। इससे व्यापारियों को नुकसान उठाना पड़ता था। इस बार नामदार कोर्ट द्वारा सजा के फैसले से छद्म व्यापारियों में दहशत का माहौल है तथा व्यापारिक संस्थाओं में एक आशा की किरण उत्पन्न हुई है।
टेक्सटाईल युवा ब्रिगेड हर व्यापारी के साथ खड़ी है व हम व्यापारियों से यह अपील करते है कि पूर्ण सतर्कता से व्यापार करे ताकि आपकी मेहनत की कमाई को किसी की बुरी नजर न लगे तथा आपका धन कोई ठग न सके। लेकिन अगर समय काल परिस्थिति के कारण कभी आप किसी ठग के चपेट में आ भी जाते है तो घबराए नही, किसी भी व्यापारिक संस्था से सम्पर्क करें, सलाह सहयोग लेकर लेभागू तत्वों पर कानूनी कार्यवाही करे। हमे भारत की कानून व्यवस्था पर पूर्ण श्रद्धा तथा विश्वास है, लेकिन उससे पूर्व स्वयं की सावधानी अत्यंत आवश्यक है।