नई दिल्ली में 14-17 फरवरी के बीच आयोजित होने वाले 'भारत टेक्स 2025' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि भारतीय टेक्सटाइल उद्योग 2030 से पहले 9 लाख करोड़ रुपये के वार्षिक निर्यात लक्ष्य को प्राप्त कर लेगा।
उन्होंने बताया कि भारत वर्तमान में कपड़ा और वस्त्रों के मामले में दुनिया का छठा सबसे बड़ा निर्यातक है, जिसकी वार्षिक निर्यात दर करीब 3 लाख करोड़ रुपये है। सरकार का लक्ष्य इस आंकड़े को तीन गुना बढ़ाकर 9 लाख करोड़ रुपये तक ले जाना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर कहा कि टेक्सटाइल क्षेत्र के विकास के लिए सरकार ने कई अहम कदम उठाए हैं। केंद्रीय बजट 2025-26 में विशेष रूप से कपास उत्पादन बढ़ाने के लिए ‘राष्ट्रीय कपास तकनीकी मिशन’ के तहत 500 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इसके तहत उच्च गुणवत्ता वाली लंबी फाइबर वाली कपास की खेती को बढ़ावा दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने बताया कि टेक्सटाइल सेक्टर देश के प्रमुख रोजगार प्रदाताओं में से एक है और उत्पादन क्षेत्र में इसका योगदान 11% है। इस क्षेत्र में विदेशी निवेश भी तेजी से बढ़ रहा है, जिससे रोजगार के नए अवसर सृजित हो रहे हैं।
मोदी सरकार ने 2025-26 के बजट में कपड़ा मंत्रालय के लिए 5,272 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है, जो 2024-25 के बजट की तुलना में 19% अधिक है। इससे इस क्षेत्र में नवाचार, उत्पादन क्षमता और निर्यात को बढ़ावा मिलेगा।
नई दिल्ली में 14-17 फरवरी के बीच आयोजित 'भारत टेक्स 2025' देश की सबसे बड़ी टेक्सटाइल इंडस्ट्री इवेंट है। यह पूरे टेक्सटाइल इकोसिस्टम को एक मंच पर लाने का प्रयास है, जिसमें देश-विदेश के उद्यमी, निवेशक और उद्योग विशेषज्ञ शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार की नीतियों और उद्यमियों की मेहनत से यह क्षेत्र लगातार प्रगति कर रहा है और 2030 से पहले ही निर्धारित लक्ष्य प्राप्त कर लिया जाएगा।