*मंत्र दीक्षा द्वारा बच्चों में संस्कार निर्माण*
जोधपुर।युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी की प्रेरणा से अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के निर्देशन में तेरापंथ युवक परिषद सरदारपुरा द्वारा"मंत्र दीक्षा एवं वीतराग कार्यशाला"का आयोजन,तातेड गेस्ट हाउस, सरदारपुरा में किया गया।
इस मंत्र दीक्षा कार्यक्रम का प्रारंभ मंगलाचरण से "ज्ञानशाला के प्रशिक्षिका एवं ज्ञानार्थियों"की प्रस्तुति द्वारा किया गया।
साध्वी श्री भव्यप्रभा जी द्वारा अनासक्त ध्यान ज्ञानशाला के ज्ञानार्थियों से प्रयोग करवाया।साध्वी श्री महकप्रभा जी ने ज्ञानार्थियों को त्रिपदी वंदना करवाई ।
तेरापंथ युवक परिषद सरदारपुरा अध्यक्ष महावीर चौधरी ने स्वागत भाषण में कहा कि यह अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद का एक उपक्रम है । जिसके जरिए बच्चों में संस्कारों का मंत्रो द्वारा सींचन किया जा सके । बचपन का समय संस्कारों के निर्माण के लिए सर्वोत्तम होता है, बच्चों को जिस प्रकार की शिक्षा और संस्कार प्राप्त होता है, वैसा ही उनका जीवन बन जाता है।
साध्वी श्री जिनबाला जी ने कहा की नमस्कार मंत्र प्रभावशाली महामंत्र है । अपने आंतरिक चेतना और ज्ञान का जागरण के लिए इस मंत्र का बहुत महत्व है।यह आध्यात्मिक विकास का आधार है।इस महामंत्र की महत्वता बच्चों में धर्म व अध्यात्म के प्रति आस्था पैदा करना है।इसके पश्चात ज्ञानार्थियों को मंत्र दीक्षा प्रदान कराई गई ।साध्वी श्री करूणाप्रभा जी ने कहानी द्वारा नमस्कार महामंत्र का महत्व समझाया और प्रतिदिन जाप करने के लिए कहा।
साध्वी श्री ने वीतराग पथ कार्यशाला के संदर्भ में कहा कि वीतराग वही बन सकता है जिसने मोह पर विजय प्राप्त कर लिया।व्यक्ति जितना कर्मों को क्षय करने का प्रयत्न करेगा उतना ही वीतरागता की दिशा में आगे बढ़ पाएगा ।
इस कार्यक्रम के प्रायोजक स्व. घीसुलालसा,अर्हम, विक्रम, सौरभ,लक्षित और मेहता परिवार का मर्यादा कुमार कोठरी,माणक तातेड, श्रेयांश कोठरी,सरिता कांकरिया,चंद्रा जीरावला द्वारा पंचरंगी पहनाकर आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर उम्मेदराज सिंघवी, विनय तातेड,भूपेश तातेड,सतीश बाफना,बी.आर जैन,निरंजन तातेड,योगेश तातेड,विकास चोपड़ा,किशोर मंडल सरदारपुरा से ऋषभ श्यामसुखा,प्रशांत मेहता, मुदित बुरड़,तन्मय बाफना, अनुव्रत समिति अध्यक्षा श्रीमती सुधा भंसाली,आदि उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम का कुशल संचालन तेयुप सरदारपुरा मंत्री निर्मल छल्लानी ने किया ।