--सचिन जीआईडीसी में होगी बैठक, वीवर्सों के फंसे पैसे सहित मुद्दों पर होगी चर्चा
सूरत। सूरत रेपियर जेकार्ड एसोसिएशन द्वारा विविध मुद्दों को लेकर 5 मार्च बैठक होने जा रही है। जिसमें टेक्सटाइल से संबंधित समस्याओं के बारे में चर्चा की जाएगी।
सूरत रेपियर जेकार्ड एसोसिएशन के प्रमुख सीके माणिया, उप प्रमुख हरेश बलर, मनसुख नावडिया , ट्रेजरर योगेश परिहार सहित पदाधिकारियों की उपस्थिति में एक बैठक सचिन जीआईडीसी में हुई थी। जिसमें एमएसएमई की धारा 43बी (h) के संदर्भ में सभी को साथ में लेकर विवर्स को जानकारी देने, मार्केट में इस समय जो स्थिति है उससे कैसे निपटे और काम करें, इस बारे में अब कल 5 मार्च की बैठक में चर्चा की जाएगी। उपरांत मार्केट में जो गंभीर मंदी आई है, इस समय में कैसे कार्य करें, इसके बारे में निर्णय लिया जाएगा। दौरान बेचे गए माल का पैसा जो फंसा हुआ है, उसके लिए विशेष वकीलों द्वारा मार्गदर्शन दिया जाएगा।
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45 दिन में पेमेंट का नया नियम उद्योग की दशा बिगाड़ देगा
--तैयार कपड़ा का अंबार लग गए हैं
सूरत। टैक्सटाइल ट्रेडर्स की एमएसएमई की नई धारा 43बी (h) की पर्याप्त जानकारी नहीं होने के कारण कारोबार की स्थिति खराब हो गई है, जिसमें सबसे अधिक असर वीवर्स को हुआ है। कपड़े का अंबार लगा हुआ है और नया ऑर्डर नहीं मिल रहा है। जिसके कारण रेपियर जेकार्ड तीन पाना पर काम करने वाले वीवर्सो द्वारा सप्ताह में 3 दिन छुट्टी दी जा रही है।
सूरत टेक्सटाइल संगठनों को धारा 43बी (h) के लिए जरूरी मार्गदर्शन जारी करना चाहिए तथा इसे 1 वर्ष के लिए बढ़ाने हेतु प्रभावकारी मांग करनी चाहिए। हाल में ट्रेडर्स द्वारा वीवरों के पास से माल ना के बराबर लिया जा रहा है। इस संदर्भ में वीवर्स अग्रणी महेंद्र रामोलिया ने बताया कि हाल में रेपियर और रिकॉर्ड तीन पाना पर काम करने वाले वीवर्सो को काफी परेशानी हो रही है। ऑर्डर नहीं मिल रहा है और खर्चा अधिक बढ़ गया है। जिससे इन कई मशीनों के साथ काम करने वाले वीवरों द्वारा सप्ताह में 3 दिन छुट्टी दी जा रही है। आगामी दिनों में इसका निराकरण नहीं किया गया तो वीवर्सों की हालत और भी खराब होने की संभावना है।
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