सूरत: दक्षिणी गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और बागवानी उप निदेशक, सूरत के कार्यालय ने संयुक्त रूप से बुधवार को डी.टी. 11 अक्टूबर 2013 को दोपहर 3 बजे पाल-भाठा स्थित ग्रीन सिटी (क्लब हाउस) में 'किचन गार्डन' प्रशिक्षण का आयोजन किया गया, जिसमें गृहणियों एवं ग्रीन सिटी अपार्टमेंट के निवासियों को किचन गार्डन का प्रशिक्षण दिया गया।
उद्यान उपनिदेशक डी.के. पडलिया ने कहा कि बाजार में मिलने वाली सब्जियों और फलों में रासायनिक खाद का इस्तेमाल किया जाता है. जिससे शरीर को उचित मात्रा में विटामिन नहीं मिल पाता है। ऐसे में शहरी लोग अपने समय में से कुछ समय निकालकर आंगन, बालकनी, छत पर प्राकृतिक खेती करके उचित आहार से विटामिन और फाइबर प्राप्त कर अपने स्वास्थ्य को बनाए रख सकते हैं।
कृषि विज्ञान केंद्र की वैज्ञानिक भक्ति पांचाल ने कहा कि बागवानी विभिन्न तरीकों से की जा सकती है । बागवानी ऊर्ध्वाधर बागवानी, गेंदा, पंक्ति बागवानी, हैंगिंग, कंटेनर, हाइड्रोपोनिक्स के साथ की जाती है। शहरी लोग अपने आसपास की खुली भूमि, छतों या बालकनियों में फलों और सब्जियों की खेती कर सकते हैं। अगासी गमले, ग्रो बैग, लकड़ी के बक्से, स्थायी गमले बनाकर सब्जियां उगा सकते हैं। उन्होंने महिलाओं से किचन गार्डन के संबंध में बातचीत कर गृहणियों के प्रश्नों के संतोषजनक उत्तर दिये।
कार्यक्रम में चेंबर ऑफ कॉमर्स समूह के अध्यक्ष धर्मेश वानियावाला और कमलेश गजेरा और 70 से अधिक गृहणियां और ग्रीन सिटी अपार्टमेंट के निवासी उपस्थित थे। चैंबर की कृषि समिति के अध्यक्ष के.बी. पिपलिया ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन उद्यान अधिकारी अंकुर पटेल ने किया एवं सर्वेक्षक को धन्यवाद दिया। स्वप्ना भट्ट को ग्रीन सिटी परिवार का सहयोग मिला। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रशिक्षणार्थियों को उद्यान के लिए उपयोगी सामग्री जैसे बीज किट,गमले,फूलों की गांठें देकर प्रमाण पत्र दिया गया।