गृहमंत्री हर्ष संघवी लोक संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए
सूरत।गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी आज सूरत में पुलिस द्वारा आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में मौजूद रहे। वह अपने निर्वाचन क्षेत्र मजूरा विधानसभा में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। जिसमें उन्होंने अहमदाबाद के इस्कॉन ब्रिज हादसे पर बयान देते हुए कहा कि ये घटना बेहद दुखद है, ये मामला हमारे लिए कोई सामान्य मामला नहीं है। हम इस मामले को सबसे महत्वपूर्ण, सबसे गंभीर मामला मान रहे हैं। आने वाले दिनों में केस की चार्जशीट से इस केस की गंभीरता का पता चलेगा।
लोगों और पुलिस के बीच की दूरी कम करने के लिए सूरत शहर पुलिस पिछले कुछ समय से विभिन्न पुलिस स्टेशनों की सीमाओं को कवर करते हुए सार्वजनिक संवाद कार्यक्रम आयोजित कर रही है। जिसमें उस इलाके के स्थानीय लोग मौजूद रहते हैं और शहर के पुलिस आयुक्त से लेकर उच्च पुलिस अधिकारी की मौजूदगी में पुलिस के सामने सीधे अपने सवालों पर चर्चा करते हैं। शनिवार को सूरत के मजूरा विधानसभा क्षेत्र के पांच पुलिस स्टेशनों के क्षेत्र में जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें पुलिस के इस जनसंवाद कार्यक्रम में मजूरा विधायक और गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी मौजूद रहे। जिसमें गृह राज्य मंत्री ने ट्रैफिक से लेकर ब्याज भ्रष्टाचार समेत कई मुद्दों पर चर्चा की।
- इस्कॉन की घटना बेहद दुखद है: हर्ष संघवी
लोकसंवाद कार्यक्रम खत्म होने के बाद गृह राज्य मंत्री ने अहमदाबाद में हुए हादसे पर बयान दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि इस्कॉन में जो घटना घटी है, वह बेहद दुखद घटना है। इस घटना में आरोपी, आरोपी के पिता और उसके साथ कार में सवार सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जैसा कि मैंने पहले दिन कहा था, हम सात दिन में आरोप पत्र पूरा कर लेंगे। उसके अनुसार कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में स्पेशल पीपी को रोका जाएगा। महत्वपूर्ण एफएसएल रिपोर्ट आ गई हैं। आरटीओ की रिपोर्ट आ गई है। ये सभी कार्रवाई 48 घंटे पहले पूरी की गई है।
- फ़ास्ट ट्रेक कोर्ट में केस की सुनवाई
उन्होंने आगे कहा कि इस केस को लेकर हमने जानकारी दी थी कि हम सात दिन के अंदर चार्जशीट पूरी कर लेंगे, लेकिन हम उससे पहले ही ये कार्रवाई कर देंगे। साथ ही इस मामले को सामान्य अदालत की बजाय फास्ट ट्रैक कोर्ट में शुरू किया गया है ताकि मामले की सुनवाई जल्द से जल्द हो सके।
- पहली डीजीपी जांच करने पहुंचे
आगे कहा कि हमने पहले दिन ही कहा था कि पुलिस इस मामले में सख्त कार्रवाई करेगी। पुलिस के घर में भी बेटे हैं। प्रदेश में कई परिवारों ने अपने जवान बेटे खोये हैं। इस मामले में कोई रियायत नहीं दी जाएगी। कई वरिष्ठ अधिकारी कार्यरत हैं। इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि किसी दुर्घटना की डीजीपी ने खुद स्थल पर जाकर मामले की जांच की। इससे मामले की गंभीरता का पता चलता है। सभी प्रकार के पुनर्निर्माण कार्य भी पूरे हो चुके हैं।
- हम इसे सबसे महत्वपूर्ण, सबसे गंभीर मामला मानेंगे'
आगे कहा गया कि इस मामले में आने वाले कुछ दिनों में चार्जशीट पूरी कर ली जाएगी। तब आपको एहसास होगा कि पुलिस और राज्य सरकार छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देने को लेकर कितनी गंभीर है। हमारे लिए ये कोई सामान्य मामला नहीं है। हम इस मामले को सबसे महत्वपूर्ण, सबसे गंभीर मामला मान रहे हैं।