मदुरै।श्री सुमतिनाथ जैन नया मन्दिर ट्रस्ट के तत्वावधान में शासन शिरोमणि प.पू.आचार्यदेव श्रीमद इन्द्रदिन्नसुरीश्वरजी म.सा. के शिष्यरत्न मुनिराज श्री रविन्द्रविजयजी म.सा. व मुनिराज श्री महेन्द्रविजयजी म.सा. आदि ठाणा 2 का रविवार को मंगल चातुर्मास प्रवेश हुआ।श्री संघ प्रवक्ता दिनेश सालेचा ने बताया कि इस अवसर पर वरघोड़ा प्रात: 8 बजे ए.जी.काम्प्लेक्स स्थित संघवी अशोककुमार फुलचंद के निवास स्थान से प्रारंभ होकर प्रमुख मार्गों से होते हुए 9 बजे आराधना भवन में पहुँचा।जहां पर नया मन्दिर ट्रस्ट के ट्रस्टीगण एवं बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाओं ने मुनिराज की आगवानी की।वरघोड़े में पारंपरिक ढोल नगाड़ों के समूह के साथ बालिका मंडल, महिला मंडल सहित संघ की महिलाओं ने सिर पर कलश सजाकर मुनिश्री का सामैया कर आराधना भवन में प्रवेश करवाया।गुरुभगवन्तो ने मंदिरजी के दर्शन वन्दन कर भवन में प्रवेश किया ततपश्चात भवन में धर्मसभा का आयोजन हुआ जहां पर बालिका मंडल व महिला मंडल ने स्वागत गीत गाकर गुरुभगवन्तो का स्वागत व अभिनंदन, किया।ट्रस्टी सुमेरमल गुलेच्छा ने मुनिश्री के विशिष्ट गुणों को बताया कि श्री संघ में चातुर्मास प्रवेश पर स्वागत कर भाव व्यक्त किए।बाहर गाँव से पधारें सभी अतिथियों का स्वागत किया।मुनिश्री ने प्रवचन द्वारा सकल श्री संघ के श्रावक व श्राविकाओं को इन पाँच महीनों में तप जप धर्म आराधना कर अपना आत्म कल्याण की बात कही । इस मौके पर श्री सुमतिनाथ जैन नया मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टीगण, सहित मीठालाल सालेचा,जवेरीलाल तलावत,जवेरीलाल बाफना, मोहनलाल गुलेच्छा,बगदावरमल जैन,राजु सदानी,विजयराज गुलेच्छा, सायरमल भंड़ारी,भागचंद बाफना,अशोक जीरावला, जयंतीलाल कांकरिया,उत्तम छाजेड़,धनराज चौपड़ा,श्री जैन युवा मंच के सदस्यगण, मौजूद रहे। मंच संचालन व सभी का स्वागत व आभार व्यक्त युवा ट्रस्टी राजेन्द्र चौपड़ा ने किया ।