अहमदाबाद . गुजरात विधानसभा चुनाव में 5 सीटें जीतकर दस्तक देने वाली आम आदमी पार्टी (आप) इन दिनों विभिन्न संकटों से जूझ रही है| ऐसे में आप के गुजरात इकाई के पूर्व प्रमुख गोपाल इटालिया को पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है| दक्षिण गुजरात के गढ़ सूरत में आप टूट रही है| दूसरी ओर पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम को लेकर आप के गुजरात प्रमुख इसुदान गढ़वी के खिलाफ केस दर्ज हो गया है| ऐसे मं जारी वर्ष में गुजरात की कई नगर पालिका और ग्राम पंचायतों के चुनावों को ध्यान में रखते हुए आप ने गोपाल इटालिया को चुनाव प्रभारी बनाया है| हांलाकि गोपाल इटालिया के खिलाफ गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश भाजपा प्रमुख सीआर पाटील और गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने का मामला दर्ज है| हाल ही में सूरत क्राइम ब्रांच ने गोपाल इटालिया को हिरासत में लिया था और पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया था| वहीं सूरत कॉर्पोरेशन के चुनाव में आप ने 27 सीटें जीतीं थीं, जिसमें अब तक 12 नगर पार्षद भाजपा में शामिल हो चुके हैं| सूरत में आप के 15 पार्षद बचे हैं और उसमें भी राजेश मोरडिया को पार्टी से निकाला जाता है तो यह संख्या घटकर 14 रह जाएगी| सूरत कॉर्पोरेशन में विपक्ष के पद के लिए 12 नगर पार्षदों की जरूरत है| वहीं विद्यार्थी नेता युवराजसिंह जाडेजा पर भावनगर डमीकांड के आरोपियों के नाम जाहिर करने के बदले में एक करोड़ रुपए लेने का आरोप है और वह फिलहाल जेल में हैं| ऐसे में गुजरात में आप को मजबूत रखना पार्टी के लिए बड़ी चुनौती है| इसीलिए आप ने गुजरात सरकार में बतौर कांस्टेबल और क्लर्क काम कर चुके गोपाल इटालिया को स्थानीय निकाय चुनाव का प्रभारी नियुक्त किया है| ताकि पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम को लेकर आप के गुजरात प्रमुख इसुदान गढ़वी के मुश्किलें बढ़ती हैं तो गोपाल इटालिया संगठन को मजबूत रख सकें| बता दें कि गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद आप ने इसुदान गढ़वी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया था और गोपाल इटालिया को महाराष्ट्र का सहप्रभारी नियुक्त किया था|