ज्ञानशाला संस्कार निर्माण शिविरः अमरनगर जोधपुर
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा सरदारपुरा के तत्वावधान में सरदारपुरा ज्ञानशाला के ज्ञानार्थियों के लिये एक दिवसीय संस्कार निर्माण शिविर का आयोजन तेरापंथ भवन, अमरनगर में किया गया।
साध्वी श्री कुन्दन प्रभा जी एवं साध्वी श्री प्रांजल प्रभा जी के सानिध्य में आयोजित हुये इस शिविर में लगभग 80 बच्चों ने भाग लिया।
शिविर का शुभारंभ साध्वी श्री चारित्र प्रभा जी द्वारा नमस्कार मंत्र के उच्चारण से हुआ।
बाल पीढी को संबोधित करते हुये साध्वी श्री ने फ़रमाया कि 9 तरह की कार होती है, जिन्हें व्यक्ति अपने जीवन में लागू कर कई विपदाओं से स्वयं की रक्षा कर सकता है। साध्वी श्री ने कहानी के माध्यम से नवकार मंत्र का महत्व बताया।साध्वी श्री नें प्रयोग के माध्यम से महाप्राण ध्वनि एवं ज्ञान मुद्रा का लाभ बताया।
बाल पीढी को संबोधित करते हुये साध्वी श्री प्रांजल प्रभा जी ने बच्चों को बताया कि व्यवहार का जीवन में क्या महत्व है और कैसा व्यवहार होना चाहिये। साध्वी श्री ने बताया बाल पीढी देश का भविष्य है, और किस प्रकार वे संस्कार से सुसज्जित होकर परिवार, समाज और देश की शान बढा सकते है।
डॉ मयुरी जैन ने बच्चो को बताया दॉतों की कैसे देखभाल करे और कैसे स्वस्थ रहें। प्रशिक्षिका मीनाक्षी जी ने योग के बारे में बताया और योग से कैसे स्वस्थ रह सकते हैं बताया। दिलखुश जी तातेड़ एवं प्रियंका जी बांठिया ने ब्रेड एवं काग़ज़ से कैसे कलाकृति बन सकती है बताया।
कार्यक्रम का सफल संचालन समता जी सालेचा ने किया। सभा अध्यक्ष श्रीमान सुरेश जी जीरावला, ज्ञानशाला संयोजक बी आर जैन, महिला मंडल अध्यक्षा श्रीमती सरिता जी कांकरिया व तेयुप सरदारपुरा से निरंजन जी तातेड की गरिमामय उपस्थिति रही।