श्री सम्मेद शिखर जी को पर्यटक स्थल घोषित करने के विरोध में
हजारों-हजारों श्रद्धालुओं ने की सहभागिता
चेन्नई और आसपास के अनेकों क्षेत्रों से आये लोग
महा तीर्थराज श्री सम्मेद शिखर एवं पालिताना तीर्थों की रक्षार्थ एवं पवित्रता बनाए रखने तथा 2019 में झारखंड एवं केन्द्रीय सरकार द्वारा पारित अध्यादेश को निरस्त करने हेतु हुई महारैली
गुरु भगवंतों ने सभा को सम्बोधित किया और तीर्थों की रक्षा के लिए सरकारों को आगाह किया
चेन्नई ।श्री जैन महासंघ, चेन्नई तमिलनाडु के तत्वावधान में श्री सम्मेद शिखर, पालीताना इत्यादि जैन तीर्थों की रक्षार्थ महारैली श्री गुरु शान्ति विजय मन्दिर, चिन्दाद्रिपेट सर्कल से प्रारंभ होकर राजरत्न स्टेडियम, एग्मोर के सामने पहूंचकर धर्मसभा में परिवर्तित हुई।
लगभग 50 हजार से ज्यादा की जनमेदनी इस रैली का हिस्सा बनी। पुरुष वर्ग सफेद वस्त्र एवं महिलाएं लाल साड़ी में पधारकर शांति और मौन पूर्वक विरोध प्रदर्शन किया। समस्त जैन समुदायों का आक्रोश एवं नाराजगी सरकार के प्रति साफ नजर आ रही थी। प्रत्येक जैन नवयुवक, युवतियों, बच्चों ने भी अपनी स्कूल कालेज से छुट्टी लेकर इस महारैली में जैन धर्म के तीर्थ रक्षार्थ भाग लिया।चेन्नई में उपस्थित चारों सम्प्रदायों के श्रमण-श्रमणी भगवंतों, अरिहंत गिरी से पधारे भट्टारक स्वामी एवं ब्रह्मचारी भैया इत्यादि ने अग्रीम पंक्ति में रैली की अगुवाई की। धर्मसभा के मंच पर विराजित प.पू. आचार्य श्री चन्द्रयशसूरिश्वरजी म.सा आदि ठाणा, प.पू. गणिवर्य श्री पद्मविमलसागरजी म.सा, प.पू.उपाध्याय श्री अभ्यूदय प्रभविजयजी म.सा, प.पू.मुनि श्री तीर्थ वल्लभविजयजी म.सा, प.पू. मुनि श्री भद्रबाहु विजयजी म.सा, प.पू. श्री मुक्तिप्रभ सागरजी म.सा, भट्टारक स्वामीजी श्री धवलकीर्तिजी, ब्रह्मचारी भैया प्रांजलजी ने एतिहासिक रैली को सम्बोधित किया। पू. सा. श्री सुधाकंवरजी म सा, पू सा. श्री विजयप्रभा श्रीजी, पू सा. श्री साधना श्रीजी, पू सा. जयरेखा श्रीजी म.सा,पू.साध्वी नन्दीवर्धना श्रीजी म.सा, पू.सा.श्री रत्नज्योतीश्रीजी, पू.साध्वी श्री धर्मप्रभाश्रीजी, पू.साध्वी श्री श्रद्धान्विताश्रीजी म.सा. आदि ठाणा ने भी तीर्थ रक्षार्थ अपनी सहभागिता प्रदान की। एतिहासिक सभा का प्रारम्भ मंगलाचरण से हुआ। श्री जैन महासंघ अध्यक्ष राजकुमार बड़जात्या ने पधारे हुए समस्त सम्माननीय भाई बहनों का अभिनन्दन स्वागत किया।महामंत्री सुरेशकुमार कागरेचा ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने तीर्थ रक्षा हेतु अनेकों बलिदान दिये,हमें भी अपने तीर्थों की रक्षार्थ आगे आना होगा।तमिलनाडु के और भी कई शहरों में अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर रैली निकालकर सरकार को ज्ञापन देंगे। माइनोरिटी कमिशन के सदस्य प्यारेलाल पितलीया,प्रविण टाटिया, काउन्सलर राजेश रंगीला, रमेश मुथा, विमल शाह,पारस जैनराजेन्द्र दुग्गड, गौतम कांकरिया,अजीत लोढा,लालचंद इत्यादि कई गणमान्यगणों ने तीर्थ रक्षार्थ अपने विचार व्यक्त किए। पन्नालाल सिंघवी ने कहा कि जैन धर्म के सभी तीर्थों की रक्षा हेतु चारों सम्प्रदायों की एक जुटता से एक साथ इस महारैली का अपनी एकता का परिचय दिया है।आने वाले समय में कोई भी जैन धर्म पर उपसर्ग होगा तो इसी तरह की एकता दिखाएंगे। 36 कौम के सर्व समाज से पधारे शान्तिलाल पुरोहित ने भी जैन समाज को अपना पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया। झारखंड मुक्ति मोर्चा के तमिलनाडु अध्यक्ष डॉ.रामचन्द्रन को तीर्थ रक्षार्थ मांगीलाल देशरला ने ज्ञापन सौंपा। उन्होंने अपनी झारखंड सरकार से जैन धर्म के पवित्र तीर्थ सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल को बदलकर तीर्थ स्थल के रूप में परिवर्तन करने का कहेंगे।
चारों सम्प्रदायों के सभी संघों का सम्पूर्ण सहयोग एवं योगदान रहा।श्री चन्द्रप्रभु जैन नया मंदिर ट्रस्ट,श्री चन्द्रप्रभु जैन जुना मंदिर ट्रस्ट,श्री श्वेताम्बर गुजराती मूर्तिपूजक जैन संघ,श्री राजेन्द्र सूरीश्वर जैन ट्रस्ट, श्री वेपेरी श्वेताम्बर मूर्तिपूजक जैन संघ,श्री किलपाक श्वेताम्बर मूर्तिपूजक जैन संघ,श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा,जीतो इन्टरनेशनल चेन्नई चेप्टर का विशेष सहयोग रहा।तमिलनाडु महामंडल एवं सहयोगी मंडलों ने भी रैली को अनुशासन पूर्वक सम्भाला। एच.आर.डी मंत्री पी.के.शेखर बाबू MLA एवं प्रशासन पोलिस ने इस रैली में अपना पूर्ण सहयोग दिया। राठी स्टूडियों ने भी अपनी सेवाएं दीं। कोषाध्यक्ष कान्तिलाल भण्डारी ने सभी का आभार व्यक्त किया। आसपास के गांवों से भी बसों गाडियों द्वारा नयनार जैन समाज के हजारों व्यक्तियों ने तीर्थ रक्षार्थ अपनी सहभागिता प्रदान की। सभा के समय एक कमिटी का गठन किया जो सरकारी महकमों में जैन तीर्थों की रक्षार्थ ज्ञापन सौंप सकें। विपिन सतावत ने जोश पूर्वक मंच संचालन किया।
समाचार साभार : स्वरूप चन्द दाँती