मुख्यमंत्री के रूप में भूपेंद्र पटेल के दूसरे कार्यकाल में एक बार फिर सूरत और दक्षिण गुजरात का दबदबा रहा है. मुख्यमंत्री समेत 17 मंत्रियों के नैनो कैबिनेट में सूरत शहर जिले और दक्षिण गुजरात के पांच विधायक शामिल किए गए हैं. तमाम चुनौतियों के बावजूद बीजेपी का गढ़ साबित हो रहे सूरत के मंत्रिमंडल में एक बार फिर दक्षिण गुजरात का पलड़ा भारी होता जा रहा है.
2022 के गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी की शानदार जीत के बाद आज कैबिनेट का गठन हो गया है. मुकेश पटेल के साथ पिछली सरकार में मंत्री रह चुके हर्ष सांघवी और कानू देसाई और नवागंतुक प्रफाल पंसेरिया और कुंवरजी हलपति को शामिल किया गया है. इस कैबिनेट में सूरत शहर के साथ एक बार फिर दक्षिण गुजरात का पलड़ा भारी हो गया है. भूपेंद्र गुजरात के मुख्यमंत्री थे जिसमें गुजरात में सातवीं बार भाजपा की सरकार बनी है।जिसमे गुजरात के भूपेंद्रभाई के रूप मे भूपेंद्र पटेल ने
शपथ लेने के बाद कनू देसाई को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई। इसके अलावा अन्य कैबिनेट मंत्रियों ने शपथ ली। पारडी के कनू देसाई को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।इस कैबिनेट में सूरत से किसी को कैबिनेट मंत्री तो नहीं बनाया है।लेकिन तब हर्ष सांघवी ने स्वतंत्र प्रभार के पहले दो मंत्रियों में राज्य स्तर के मंत्री के रूप में शपथ ली है।इसके अलावा मुकेश पटेल ने हाथ में गीता लेकर राज्य स्तरीय मंत्री पद की शपथ ली। फिर प्रफुल्ल पंशेरिया और कुंवरजी हलपति को राज्य स्तरीय मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। कैबिनेट में सूरत और दक्षिण गुजरात का दबदबा होने से उनके समर्थकों और उनके इलाके के लोगों में जश्न का माहौल है।