आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और 3000 सीसीटीवी कैमरे बना रहे हैं स्वच्छता अभियान को सफल
सूरत महानगर पालिका ने शहर की स्वच्छता बनाए रखने के लिए अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक का उपयोग शुरू कर दिया है। इस तकनीक की मदद से शहर में लगाए गए सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से गंदगी फैलाने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इसके तहत कचरा फेंकने वाले व्यक्तियों की पहचान कर उन पर जुर्माना लगाया जा रहा है। यह पहल स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत की गई है और इसे शहर को स्वच्छ बनाए रखने में अत्यंत प्रभावी पाया गया है।
स्वच्छता में सूरत का पहला स्थान
स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत सूरत शहर को पूरे देश में स्वच्छ शहरों की सूची में पहला स्थान प्राप्त हुआ है। आगामी स्वच्छ भारत अभियान 2024 के तहत सूरत में सर्वेक्षण किया जाएगा, जिसके लिए महानगर पालिका ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। मनपा प्रशासन शहर की स्वच्छता में और अधिक तकनीकी नवाचार लाने पर जोर दे रहा है।
AI और ICCC के माध्यम से निगरानी
मनपा का इंटेलिजेंट कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक से जुड़ा हुआ है। शहर में लगे 3000 सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से यह निगरानी रखी जा रही है कि कहीं कोई व्यक्ति सार्वजनिक स्थानों पर कचरा तो नहीं फैला रहा। यदि कहीं कचरे का ढेर दिखाई देता है या कोई व्यक्ति कचरा फेंकता नजर आता है, तो AI प्रणाली तुरंत उसे पहचानकर मनपा के ICCC सेंटर में कार्यरत कर्मचारियों को सूचना देती है। इस सूचना के आधार पर मनपा द्वारा गंदगी फैलाने वाले व्यक्ति पर जुर्माना लगाया जाता है।
700 लोगों पर जुर्माना लगाया गया
AI सिस्टम की मदद से अब तक सूरत मनपा ने 700 लोगों पर जुर्माना लगाया है। यह अभियान जारी रहेगा ताकि सूरत शहर की स्वच्छता को बनाए रखा जा सके और इसे स्वच्छता के मामले में देश में अग्रणी स्थान पर रखा जा सके।
सूरत महानगर पालिका की यह पहल देशभर के अन्य शहरों के लिए भी एक प्रेरणा बन सकती है, जिससे स्वच्छता अभियान को और प्रभावी बनाया जा सके।
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