आज नहीं तो कल, हाईकोर्ट में मातृभाषा में होगी सुनवाई: हर्ष संघवी
आज विश्व मातृभाषा दिवस के अवसर पर गांधीनगर के महात्मा मंदिर में साहित्य गौरव पुरस्कार समारोह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, युवा एवं सांस्कृतिक विभाग मंत्री मूलुभाई बेड़ा और गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी उपस्थित रहे। इस दौरान गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने एक अहम बयान दिया।
संघवी ने कहा कि पूरे देश में अदालतों की कार्यवाही अंग्रेजी में होती है, जिससे आम नागरिकों को समझने में कठिनाई होती है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि गुजरात हाईकोर्ट में भी कार्यवाही गुजराती भाषा में होनी चाहिए, ताकि राज्य के नागरिक कानूनी प्रक्रिया को आसानी से समझ सकें। उन्होंने विश्वास जताया कि आज नहीं तो कल, हाईकोर्ट की कार्यवाही मातृभाषा में जरूर होगी।
मातृभाषा का सम्मान जरूरी: मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भी मातृभाषा के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आजकल अगर कोई अंग्रेजी बोलता है तो लोग प्रभावित हो जाते हैं, लेकिन अंग्रेजी आना ही सब कुछ नहीं होता। कई ऐसे देश हैं, जो अपनी मातृभाषा पर गर्व करते हैं और उसी में सरकारी व कानूनी कार्य करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, "अगर गुजरात में रहना है तो गुजराती भाषा आनी ही चाहिए। हमें अंग्रेजी से परहेज नहीं है, लेकिन मातृभाषा का सम्मान जरूरी है।" उन्होंने आगे कहा कि हमने अपनी भाषा छोड़कर दूसरी भाषाओं को अपनाना शुरू कर दिया है, जो सही नहीं है। उन्होंने देश के युवाओं से आह्वान किया कि वे अपनी भाषा और संस्कृति को बचाए रखें और अपनी ताकत का उपयोग विकसित भारत के निर्माण में करें।