पेपर लीक से भूतकाल के विवादों में रही....
सूरत।पेपर लीक के कारण लगातार दो बार विवादों में रहे जूनियर क्लार्क की परीक्षा रविवार तीसरी बार सरकार ने करायी है। इसलिए इस बार पेपर लीक या चोरी जैसी किसी भी घटना को रोकने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। सूरत के 187 परीक्षा केंद्रों पर पुलिस कोड सहित सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करते हुए सभी परीक्षा केंद्रों को पुलिस में तब्दील कर दिया था जहाँ शांतिपूर्ण माहौल में परीक्षा संपन्न हुई।
पिछले कई सरकारी परीक्षाओं से पेपर लीक होते आए हैं। पेपर लीक से लेकर चोरी होने तक की घटनाएं और परीक्षा रद्द होने की घटनाएं हुई हैं। तब रविवार को पूरे गुजरात में जूनियर क्लर्क की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की गई। अहम बात यह है कि इसी जूनियर क्लार्क की परीक्षा दो बार पेपर लीक होने की घटना के कारण रद्द हो चुकी है। अब इस परीक्षा में छात्रों के साथ-साथ सरकार की भी परीक्षा हो रही है। इस बार सरकार ने इस बात पर विशेष ध्यान दिया है कि किसी भी तरह की परीक्षा में भ्रस्टाचार की शिकायत नहीं हो। वहीं सूरत के सभी केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
सूरत शहर के सभी 187 परीक्षा केंद्रों और 2125 ब्लॉक से 63750 परीक्षार्थी परीक्षा दी। इसको लेकर जिला प्रशासन ने भी गंभीर तैयारी करी थी। अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र में मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, संचार उपकरण, साहित्य ले जाने की मनाही थी। 187 परीक्षा केंद्रों पर 187 पीएसआई, एएसआई, 374 पुलिस कर्मियों, 374 महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था।
परीक्षा संपन्न होने के बाद परीक्षा से जुड़े साहित्य को सुरक्षित पुहचने के लिए प्रत्येक गाड़ी के साथ 1 पीआई और एसआरपी जवानों की टुकड़ी तैनात थी। इसके अलावा 45 पीआई, 20 एसीपी, 8 पुलिस उपायुक्तों को सुरक्षा और पेट्रोलिंग पर लगातार नजर रखने के आदेश दिए गए हैं, जिसके चलते सूरत के सभी परीक्षा केंद्रों को विशेष सुरक्षा कैंप में तब्दील कर दिया था।
जहाँ इस बार जुनियर क्लार्क की परीक्षा शांतिमय माहौल में संपन्न हुई।