पाली। राजस्थान के पाली मारवाड़ की युवा प्रतिभा कृतिका राजपुरोहित ने नेशनल एनवायरनमेंट यूथ पार्लियामेंट (NEYP) 2025 में अपनी अद्वितीय सोच और कला के माध्यम से एक प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज कराई। 50,000 से अधिक आवेदकों में से शीर्ष 200 प्रतिभागियों में स्थान बनाने वाली कृतिका, केवल एक प्रेस बोर्ड सदस्य और कार्टूनिष्ट के रूप में ही नहीं, बल्कि पर्यावरण नीतियों में बदलाव लाने के लिए अपनी अनूठी कला के उपयोग के लिए भी सराही गईं।
NEYP 2025 के दौरान कृतिका ने वायु गुणवत्ता सुधार के लिए रचनात्मक और समाधान-आधारित विचार प्रस्तुत किए। उनके बनाए गए स्केच केवल चित्र नहीं थे, बल्कि वे सोचने पर मजबूर करने वाली कहानियाँ थीं, जिनमें वाहन उत्सर्जन में कमी लाने के लिए प्रोत्साहन योजनाएँ, सख्त ट्रैफिक नियम और जनता की भागीदारी बढ़ाने के प्रयास शामिल थे।
कृतिका का कार्य वैश्विक COP प्रतिबद्धताओं के अनुरूप था, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि भारत कैसे सामुदायिक पहलों के माध्यम से अपनी जलवायु नीतियों को और मजबूत कर सकता है। उन्होंने यह भी साबित किया कि पर्यावरण नीति केवल बहस तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि कला और दृश्य कहानी (Visual Storytelling) के माध्यम से जागरूकता और बदलाव लाया जा सकता है।
राजस्थान की इस युवा कलाकार की उपलब्धि पूरे देश की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक है। उनका यह कदम स्वच्छ, हरित और स्थायी भविष्य की दिशा में एक मजबूत प्रयास माना जा रहा है। वर्तमान में कृतिका गुजरात के सूरत में रह रही हैं और भगवान महावीर यूनिवर्सिटी में अध्ययनरत हैं।
कृतिका राजपुरोहित की यह उपलब्धि दिखाती है कि युवा शक्ति नवाचार और रचनात्मकता के माध्यम से समाज और नीतियों में सकारात्मक बदलाव ला सकती है। उनकी यह पहल आने वाले वर्षों में पर्यावरणीय जागरूकता और सुधार के लिए एक मिसाल बन सकती है।