सूरत में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सी.आर.पाटिल ने केंद्रीय बजट पर दी प्रतिक्रिया
सूरत। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में 2025-26 का केंद्रीय बजट प्रस्तुत किया। इस संदर्भ में सूरत में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सी.आर.पाटिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बजट पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
सी.आर. पाटिल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रस्तुत यह बजट गरीबों, महिलाओं, किसानों सहित सभी वर्गों की अपेक्षाओं को पूरा करने वाला है। उन्होंने बताया कि इस बार सरकार ने 50.65 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया है। इस बजट में देश की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सैन्य उपकरणों की 75 प्रतिशत जरूरतों का उत्पादन भारत में ही किया जा रहा है। किसानों को बैंक से अधिक ऋण मिल सके इसके लिए किसान क्रेडिट कार्ड की सीमा 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी गई है। एमएसएमई क्षेत्र में पंजीकृत उद्योगों को भी 5 लाख रुपये तक की अतिरिक्त वित्तीय सहायता दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि बजट में वेतनभोगी करदाताओं के लिए 12.75 लाख रुपये तक और अन्य करदाताओं के लिए 12 लाख रुपये तक की आय कर मुक्त की गई है, जिससे मध्यम वर्ग को बड़ी राहत मिलेगी। जल जीवन मिशन के तहत अब तक 15.44 करोड़ घरों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया गया है, जिससे लगभग 75 करोड़ लोग लाभान्वित हुए हैं। शेष 4.33 करोड़ घरों में पानी पहुंचाने के लिए बजट में 67 हजार करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जबकि पूरी योजना के लिए 2.8 लाख करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि गिफ्ट सिटी, गुजरात में निवेश को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएँ इस बजट में शामिल की गई हैं, जिससे राज्य में आर्थिक प्रगति को नई दिशा मिलेगी। यह बजट इस बात का प्रमाण है कि सरकार की आमदनी नहीं बढ़ी है, बल्कि जनता की आय में वृद्धि हुई है। उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर सूरत महानगर भाजपा अध्यक्ष निरंजनभाई झांझमेरा, गुजरात राज्य मंत्री मुकेशभाई पटेल, सूरत के मेयर दक्षेशभाई मावाणी, भाजपा महासचिव किशोरभाई बिंदल और कालुभाई भीमनाथ, डिप्टी मेयर डॉ. नरेंद्रभाई पाटिल, स्थायी समिति अध्यक्ष राजनभाई पटेल, विधायक प्रवीणभाई घोघारी, अरविंदभाई राणा, संदीपभाई देसाई, मनुभाई पटेल और सूरत महानगर भाजपा शासक पक्ष नेता शशिबेन त्रिपाठी सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे।