सूरत।सूर्य पुत्री तापी के उद्गम स्थल मुल्ताई से 900 किलोमीटर की पदयात्रा कर सूरत पहुंचे माँ तापी सम्पूर्ण पदयात्रा समिति के 52 सदस्यों का श्री अखिल भारतीय जीण माता सेवा संघ सूरत द्वारा भावभीना स्वागत किया गया। कार्यक्रम संयोजक आशु गर्ग ने बताया कि राजू पाटनकर के नेतृत्व में यह यात्रा मध्य प्रदेश के मुल्ताई से चली है और इसकी सम्पूर्ण परिक्रमा 1800 किलोमीटर की होगी।
जीण संघ द्वारा पदयात्रियों का स्वागत ढोल-धमाकों, पुष्पवर्षा और कुमकुम-चावल तिलक के साथ किया गया। सभी को जय माता दी की माथा पट्टी और दुपट्टे ओढ़ाए गए। विशेष रूप से हाल ही में स्थापित महाकुंभ कलश बैंक के अमृत जल को माँ तापी के पदयात्रियों को समर्पित किया गया।
करणी इंपेक्स सूरत के सौजन्य से यात्रियों को सुंदर टी-शर्ट व दर्द निवारक बाम वितरित किए गए। जीण संघ के रघु खंडेलवाल ने बताया कि यात्रा के भव्य रथ पर विराजमान माँ तापी को चुनरी ओढ़ाई गई तथा पुष्प-माला, फल, मिठाई अर्पित कर ॐ जय तापी मैया की आरती की गई।
तारा देवी सांवरमल बिहानी के सौजन्य से छाछ, चाय, पानी की बोतलें एवं अल्पाहार किट वितरित किए गए। श्री साई ऑटो केयर पीपलोद द्वारा वातानुकूलित हॉल व अन्य व्यवस्थाएं निशुल्क उपलब्ध कराई गईं।
हाथों में ध्वजा लिए जय जय तापी जय महा तापी के जयकारों एवं संकीर्तन से पूरा वातावरण भक्तिमय बन गया। विगत छह वर्षों से जीण माता सेवा संघ सूरत को इस पुण्य अवसर पर सेवा का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। इस आयोजन को सफल बनाने में राजेश काबरा, वेद प्रकाश शर्मा, बद्री प्रसाद अग्रावत, राजेंद्र राजपुरोहित, गोविंद जिंदल, नंदू मोहता, दीपक भाई, तुषार भाई, भरत भाई, राजू जैन, प्राची बिहानी सहित कई समाजबंधुओं की सक्रिय भूमिका रही।