चातुर्मास सम्पन्न,अब विहार के साथ होगी धर्म आराधना
बाड़मेर 16 नवम्बर। स्थानीय श्री जिनकांतिसागर सूरी आराधना भवन में खरतरगच्छ संघ में चल रहे चातुर्मास सम्पन्न होने पर साध्वी कल्पलता श्रीजी म.सा. आदि ठाणा ने शनिवार को स्थान परिवर्तन किया। श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ चातुर्मास कमेटी के अध्यक्ष अशोक धारीवाल व सचिव बाबुलाल बोथरा ने बताया कि खरतरगच्छ की राजधानी बाड़मेर नगर में 04 माह वर्षावास में चातुर्मास कर रहे खरतरगच्छाधिपति आचार्य श्रीजिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. की आज्ञानुवर्तिनी साध्वी हेमप्रभा श्रीजी म.सा. की सुशिष्या साध्वी कल्पलता श्रीजी म.सा. आदि ठाणा ने शनिवार को आराधना भवन से प्रात 07.30 बजे गाजे बाजे व सकल संघ के साथ स्थान परिवर्तन कर गुरूवर्या भक्त मदनलाल सगतमल मालू परिवार कानासर वालों के निवास स्थान पर किया। जहां पर गुरूवर्या श्री का प्रवचन का कार्यक्रम आयोजित हुआ। धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए साध्वी कल्पलताश्री ने कहा कि धर्म नगरी बाड़मेर में युवाओं का धर्म के प्रति समर्पण अनुमोदनीय है। चार माह का समय धर्मआराधना एवं तपस्या के साथ रहा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक श्रावक धर्म के प्रति जुडाव रखें। धर्म ही सद्कर्म है और सद्कर्म ही व्यक्ति के जीवन को सुखमय बनाता है। उन्होंने कहा कि 24 धंटो के दिन में अपने परमात्मा के लिए केवल 24 मिनट का समय निकालकर उसके दर्शन करें। परमात्मा के दर्शन मात्र से ही पाप कर्मो का नाश होता है। कार्यक्रम के अंत में रमेश मालू कानासर ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। इसके पश्चात गुरूवर्या भक्त मालू परिवार द्वारा गुरूवर्याश्री का बधावणा कर स्वागत एवं सत्कार किया। प्रवचन के बाद मदनलाल सगतमल मालू परिवार की ओर से अल्पाहार की व्यवस्था की गई और मालू परिवार द्वारा संघ प्रभावना दी गई।
प