आचार्य महाश्रमणजी देंगे दोनो मुमुक्षु बहनों को भगवती दीक्षा
सुरत। युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमणजी के सानिध्य में सुरत चातुर्मास के दौरान गुरूवार को महावीर समवसरण संयम विहार में दूसरी बार जैन भागवती दीक्षा का आयोजन होगा।
आचार्यप्रवर के पावन सानिध्य में बाव( गुजरात निवासी)आशाबेन राजेश भाई मेहता की सुपुत्री मुमुक्षु ऋजुल मेहता एवं बालोतरा निवासी सन्तोषदेवी महेंद्र कुमार की सुपुत्री मुमुक्षु दीप्ति वेदमूथा जैन दीक्षा अंगीकार करेगी।
आचार्यश्री के सुरत चातुर्मास के दौरान 19 जुलाई को 2 मुमुक्षु भाई व 4 मुमुक्ष बहन व 2 समणीजी को जैन भागवती दीक्षा प्रदान की थी।
बाव की मुमुक्षु बहन ऋजुल का जन्म 5.11.1997 को बाव में हुआ था।उन्होंने एम.ए.एलएलबी प्रथम वर्ष तक शिक्षा लेने के बाद 2.5 साल पहले संस्था में प्रवेश लिया था। संस्था में जैनोलॉजी में एम.ए का विशेष अध्ययन किया है।पूर्वजन्म के संस्कारों से उनके मन मे वैराग्य के भाव आये। गुरूदेव ने 31.03.2024 को पुणे में दीक्षा का आदेश दिया था। मुमुक्षु ऋजुल के परिवार से साध्वी श्री अक्षयप्रभाजी,साध्वी प्रभाश्रीजी,साध्वी श्री कंचनरेखाजी,साध्वी अनेकांतप्रभाजी एवं साध्वी भाग्यवतीजी(देवलोक) संघ में दीक्षित हैं।
बालोतरा निवासी मुमुक्षु दीप्ति का जन्म 10 अगस्त 2001 को हुआ था। लगभग 7 साल पहले संस्था में प्रवेश लिया व जैनोलॉजी में एमए किया। मुनिश्री दिनेशकुमारजी,मुनिश्री मधुरकुमारजी ,मुनिश्री अक्षयकुमारजी,साध्वी प्रशांतयशाजी, साध्वी रौनकप्रभाजी,समणी सर्वण प्रभाजी,मुनि हिमांशुकुमारजी मुनिश्री योगेशकुमारजी मुमुक्षु दीप्ति वेदमूथा के परिवार से संघ में दीक्षित हैं।