*अणुव्रत चेतना दिवस*
28 अगस्त 2022
अहमदाबाद।पर्युषण पर्व का पंचम दिन " अणुव्रत चेतना दिवस " के रुप में तेरापंथ भवन,शाहीबाग पर श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के तत्वावधान में मुनिश्री कुलदीपकुमारजी व.मुनिश्री मुकुलकुमारजी के सानिध्य में आयोजित किया गया।
मुनिश्री कुलदीपकुमारजी ने भगवान महावीर के पुर्वजन्म संबधित एवं पांच कल्याणक की जानकारी देने के साथ 27 वें भव में उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में जन्म हुआ,कैसे चयवन कर गर्भ में आए,कैसे संगहरण हुआ,14 स्वप्नों आदि अति महत्वपूर्ण बातों की जानकारी उपस्थित जनमेदनी को दी।
मुनिश्री मुकुलकुमारजी ने अणुव्रत चेतना दिवस पर अणुव्रत के ग्यारह नियमों को व्याख्यातित करते हुए सुमधुर "अणुव्रत जगा रहा है...जागो कदम बढाओ.."गीतिका का सगान किया।
मुनिश्री ने आज के विषय को संपादित करते हुए अणुव्रत आंदोलन की शुरुआत गणाधिपति आचार्य तुलसी ने सर्वांगीण विकास के लिए किस तरह की उसकी विस्तृत जानकारी देने के साथ विवेचन किया।ओर बताया कर्मों के आतप,प्रहार से बचने के लिए व्रतों कि आवश्यकता होती है अणुव्रत चेतना के गहरे तल का स्पर्श करते हुए अशुभ कर्म बंध से बचाता है।अणुव्रत हर कोई धर्म का व्यक्ति चाहे आस्तिक हो या नास्तिक हो वह अपना सकता है।अणुव्रत ऐसा सुरक्षा कवच है,ऐसा आधार स्तंभ है जो जीवन का सर्वांगीण विकास व चारित्र का महल खड़ा कर सकता है।अणुव्रत महामेघ की तरह है जो कषायों का उपसम करता है।सामुहिक चेतना का शंखनाद करनेवाला ओर निर्मलता का महासुत्र है अणुव्रत जो मानव को सही मानव बनाता है व इन्सान के भीतर इन्सानियत पैदा करता है।आगे अनेक दृष्टांत से अणुव्रत के नियमों को सरलता से समझाया ओर सभी को अणुव्रत के संकल्पो से संकल्पित होने की प्रेरणा देते हुए कहा विचारों के शुध्दिकरण का राजमार्ग है अणुव्रत।अणुव्रत याने नैतिकता ओर नैतिकता याने अणुव्रत।
तेरापंथ युवक परिषद के युवकों एवं तेरापंथ महिला मंडल की बहिनों ने बैठक व्यवस्था सुव्यवस्थित हो उसके लिए विशेष सेवाएं प्रदान कराई।अणुव्रत समिति द्वारा अणुव्रत संकल्प पत्र भरवाएं गए।सभा मंत्री विकास पितलिया ने आवश्यक सूचनाएं दी।