अहमदाबाद।गुजरात के एक कारोबारी के यहां इनकम टैक्स विभाग की छापेमारी में बड़े पैमाने पर कर चोरी सामने आई है। सीबीडीटी ने एक बयान में कहा, 'जब्त दस्तावेजों और डिजिटल डेटा के शुरुआती विश्लेषण से पता चलता है कि समूह कई तरीकों से बड़े पैमाने पर कर चोरी कर रहा था।बता दें कि सीबीडीटी आयकर विभाग का प्रशासनिक प्राधिकरण है।
नई दिल्ली : आयकर विभाग ने गुजरात में बड़ी छापेमारी की है। इनकम टैक्स विभाग ने यह छापेमारी एक कारोबारी ग्रुप के ठिकानों पर की है। इस छापेमारी के बाद 300 करोड़ रुपये से अधिक के बेहिसाबी लेनदेन का पता लगाया गया है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने मंगलवार को यह जानकारी दी।आयकर विभाग द्वारा नौ अगस्त को तलाशी अभियान शुरू किया गया था। इस दौरान राजकोट, मोरबी, अहमदाबाद, रायपुर, गुवाहाटी,गुरुग्राम और कोलकाता में फैले ग्रुप के 36 परिसरों की तलाशी ली गई थी।
इस छापेमारी में बड़े पैमाने पर कर चोरी सामने आई है। सीबीडीटी ने एक बयान में कहा,जब्त दस्तावेजों और डिजिटल डेटा के शुरुआती विश्लेषण से पता चलता है कि समूह कई तरीकों से बड़े पैमाने पर कर चोरी कर रहा था। बता दें कि सीबीडीटी आयकर विभाग का प्रशासनिक प्राधिकरण है।
बयान में कहा गया,समूह को फर्जी बिना गारंटी वाले कर्ज और कोलकाता स्थित मुखौटा कंपनियों से शेयर पूंजी के माध्यम से बेहिसाबी रकम जमा करने में भी शामिल पाया गया है।सीबीडीटी ने कहा,अब तक की तलाशी से 300 करोड़ रुपये से अधिक के बेहिसाबी लेनदेन का पता लगा है। इसमें 100 करोड़ रुपये से अधिक का नकद लोन भी शामिल है।’
मिले कई आपत्तिजनक सबूत
तलाशी अभियान के दौरान दस्तावेजों और डिजिटल डेटा के रूप में विभिन्न आपत्तिजनक सबूत मिले, जिन्हें जब्त किया गया है। इन साक्ष्यों के प्रारंभिक विश्लेषण से पता चलता है कि समूह विभिन्न तरीकों को अपनाकर बड़े पैमाने पर कर चोरी में लगा हुआ था। इसमें खातों के बाहर की गई बेहिसाब कैश सेल्स और फर्जी खरीद भी शामिल है।