महावीर इंटरनेशनल वीरा दृष्टि ने
सुरत।दीपावली का त्योहार जहां घर परिवारों में खुशियां लेकर आता है ,वहीं वृद्ध आश्रम में रह रहे बुजुर्ग माता-पिता बच्चों का इंतजार करते हैं। परिवार का स्नेह और सम्मान के लिए एक अनूठा पारिवारिक कार्यक्रम भारती मैया वृद्ध आश्रम,वेसु में महावीर इंटरनेशनल वीर दृष्टि टीम के द्वारा रखा गया। मातृ पितृ पूजन के इस अनूठे उत्सव ने यह संदेश दिया कि दिवाली केवल खुशियों का नहीं बल्कि पारिवारिक मूल्यों और सम्मान का भी पर्व है। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन मंगलाचरण से हुई। पंचामृत से बुजुर्ग माता-पिता के चरण प्रक्षालन एवं बहुमान के साथ मातृ पितृ पूजन का कार्यक्रम किया गया। वीरा दृष्टि टीम की सभी विराओं ने वात्सल्य के साथ आशीर्वाद लिया। इस दौरान बुजुर्गों की आंखों में खुशी और संतोष साफ झलक रहा था।
वृद्धाश्रम में किशोर मंडप को फूलों से एवं विशेष दीप मालिकाओं से सजाया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में विशेष प्रस्तुति यशस्वी सेठिया खुशबू जैन ने दी। रश्मि जैन डॉ. फाल्गुनी शाह अंजू बेद ने अपने गीतों से समां बांध दिया ।दीपावली शुभेच्छा का मुख्य आकर्षण "दीपावली हाऊजी मां बाबा के साथ" बेटियों ने सभी माता-पिता के साथ मिलकर खेली एवं उपहार जीते । मंत्र धारा गिफ्ट एवं मनुहार के साथ सामूहिक भोज सभी के मन को आह्लादित कर गया।
विशिष्ट उपस्थित डॉ. प्रफुल्ल शिरोया प्रमुख रेड क्रॉस ब्लड बैंक लोक दृष्टि चक्षु बैंक,श्रीमतीअस्मिता बेन सिरोहिया पूर्व मेयर, सूरत ,
जगदीश नानू भाई टेकरा वाला ट्रस्टी शारदायतन स्कूल जे जेमार्केट ,देवयानी जगदीश टेकरावाला की रही ।
अध्यक्ष वीरा निशा सेठिया ने स्वागत एवं सम्मान की श्रृंखला में मातृ पितृ वंदन का उद्देश्य रखा कुशल संचालन उपाध्यक्षा स्मृति जैन एवं डॉ. फाल्गुनी शाह के द्वारा किया गया। सचिव सुमन जी जैन ने सभी उपस्थित स्वजन का आभार ज्ञापन किया वीरा वर्षा रांका,वीरा मीनाक्षी जैन ,वीरा किरण गोगड़ ,वीरावर्षा बोथरा,वीरा सीमा रांका , वीराआरती सोनावत,वीरा रीना जैन,तान्या जैन का विशेष संयोजन एवं सहयोग रहा। राष्ट्रगान के साथ ही दीपावली शुभेच्छा की गई। कई बुजुर्गों ने अपने अनुभव साझा किया और आयोजकों के प्रति आभार प्रकट किया इस अनूठे प्रयास ने दिवाली को बुजुर्गों के जीवन में खुशियां और एक नए एहसास देने का काम किया और साथ ही समाज को यह संदेश दिया कि बुजुर्ग समाज की धरोहर है और उन्हें सम्मान और स्नेह की अति आवश्यकता है।