अहमदाबाद | राष्ट्रपति का चुनाव संपन्न हो गया है और देश को महिला आदिवासी के रूप में नया राष्ट्रपति मिल गया है| हांलाकि इस चुनाव में विपक्ष के साथ खेला हो गया| सबसे बड़ा झटका कांग्रेस को लगा है, जिसके कई विधायकों ने राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग की है| एक गुजरात कांग्रेस विधानसभा चुनावसे पहले अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए एडीचोटी का जोर लगा रही है| दूसरी ओर राष्ट्रपति के चुनाव में गुजरात कांग्रेस के ही विधायकों के एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान करने से पार्टी में टूट के संकेत मिल रहे हैं| राष्ट्रपति के चुनाव में एनडीए की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है| द्रौपदी मुर्मू को 64 प्रतिशत और विपक्ष के उम्मीदवार यशवंतसिंहा को केवल 36 प्रतिशत ही वोट मिले हैं| 17 सांसदों और 100 से अधिक विधायकों ने क्रॉस वोटिंग किया था| गुजरात में 10 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी| जिसमें कांग्रेस के 7 विधायकों ने क्रोस वोटिंग कर द्रौपदी मुर्मू की जीत का अंतर बढ़ा दिया| कांग्रेस के किस विधायक ने क्रॉस वोटिंग किया है, यह ढूंढना मुश्किल है| राष्ट्रपति के चुनाव में गुजरात से 178 विधायकों ने मतदान किया था| जिसमें एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को 121 वोट मिले, जबकि विपक्ष के उम्मीदवार यशवंतसिंहा को 57 वोट मिले| गुजरात विधानसभा में कांग्रेस के 63 विधायक हैं और एक निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी के साथ कुल 64 वोट होते हैं| इनमें से 7 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग किया है| माना जा रहा है कि द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान करने वाले कांग्रेस विधायक आगामी दिनों में भाजपा जॉइन कर सकते हैं| गुजरात विधानसभा के चुनाव निकट हैं और कांग्रेस अगर कोई बड़े कदम नहीं उठाती है तो उसे बड़ा नुकसान हो सकता है|