ज्येष्ठाभिषेक स्नान यात्रा शुक्रवार को; केशर स्नान के दर्शन होंगे
सूरत।रविवार को पुष्टिमार्ग की सभी हवेलियों में गंगादशहरा धूमधाम से मनाया गया. गंगा दशहरे के अवसर पर सभी हवेलियों में नाव मनोरथ के दर्शन का आयोजन किया गया था।
गंगा दशहरा पर गंगा जी की पूजा की जाती है और इस दिन गंगा स्नान का भी विशेष महत्व है। मान्यता है कि गंगा नदी का अवतरण जेठ माह के शुक्ल पक्ष की दसवीं तिथि को हुआ था ईसी के उपलक्ष्य मे गंगा दशहरा मनाया जाता है। गंगा दशहरे के दिन गंगाजी की पूजा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं। ऐसी मान्यताओं के बीच पुष्टिमार्ग में भी गंगा दशहरे का अनोखा महत्व है। पुष्टिमार्ग की सभी हवेलियों में गंगा दशमी के दिन नाव मनोरथ के दर्शन का आयोजन किया जाता है। सूरत में भी रविवार को पुष्टि मार्ग की सभी हवेलियों पर नाव मनोरथ के दर्शन का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में वैष्णव शामिल हुए और दर्शन का लाभ उठाया। अगले शुक्रवार 21 तारीख को ज्येष्ठाभिषेक स्नानयात्रा का दिन है। उस दिन सभी हवेलियों में श्री ठाकोरजी को केशर स्नान कराया जाता है।
गोवर्धननाथजी की हवेली में फुल मंडली का आयोजन
डुमस रोड स्थित श्री गोवर्धननाथजी की हवेली में गंगा दशहरे पर राजभोग दर्शन के दौरान सुबह 11 बजे फुल मंडली दर्शन का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्री ठाकोरजी को विभिन्न रंगों के फूलों से सजाए गए बंगलों में विराजमान किया गया। शाम 6 बजे से 8.30 बजे तक नाव मनोरथ के दर्शन के अवसर पर श्री ठाकोरजी को एक बड़े तालाब में फूलों से सजी नाव में विराजीत किया गया और श्रीजी को नौकाविहार कराया गया। दोनों दर्शनों के दौरान वैष्णवों की भारी भीड़ देखी गई। शुक्रवार 21 तारीख को ज्येष्ठाभिषेक स्नान यात्रा के अवसर पर सुबह 7.30 बजे केशर स्नान के दर्शन और शाम 6 से 8 बजे तक कमलतलाई के दर्शन का भी आयोजन किया गया है। इस समय श्री ठाकोरजी बड़े कमल कुंड में कमलासन पर विराजित होंगे।