सुरत। शहर में शनिवार को पुष्टि मार्ग प्रवर्तक श्री महाप्रभु जी का जयंती दिवस धूम धाम से मनाया गया। शहर में पहली बार डुमस रोड पर स्थित श्री गोवर्धन नाथजी की हवेली में श्री महाप्रभु जी के प्रागटय प्रसंग की झांकी का आयोजन किया गया था जो वैष्णवो के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहा।
शहर में अश्विनी कुमार रोड पर स्थित श्री महाप्रभु जी की 53 वी बैठक, स्टेशन के पास परे बैठक, लल्लूजी का मंदिर, गोविंदराय जी का मंदिर, चोटा बजार में मोटा मंदिर, डुमस रोड पर श्री गोवर्धन नाथजी की हवेली, पाल में श्री गोकुल चंद्रमा जी की हवेली, रुंध में श्रीनाथजी की हवेली, इनके अलावा वराछा, कंसाड, कामरेज, कतारगाम, सरथाना, सिमाड़ा,योगी चौक,वेलंजा जैसी मिलाकर कुल 25 से भी ज्यादा हवेलियों में सुबह राजभोग दर्शन के समय पर श्री ठाकोरजी को तिलक किए गए।अश्विनी कुमार रोड पर श्री महाप्रभुजी की बैठक में केशर स्नान,बॉम्बे मार्केट के पास नंदालय हवेली से जुलूस,विश्वामित्रि फार्म भक्ति कुंज हवेली अमरोली से जुलूस, सरथाना द्वारकाधीशजी की हवेली से जुलूस,श्री बालकृष्ण सर्व कल्याण ट्रस्ट द्वारा अडाजन और वराछा से जुलूस,अडाजन में श्री गोपेशरायजी महाराजश्री की धर्म सभा और मोटा वराछा में श्री वल्लभरायजी महाराजश्री की धर्मसभा जैसे कार्यक्रमो के आयोजन किए गए थे।
डुमस रोड पर स्थित श्री गोवर्धन नाथजी की हवेली में शामकों 6 से 8 बजे तक श्री महाप्रभुजी के प्रागटय प्रसंग की झांकी के दर्शन आयोजित किए गए थे। शहर में यह झांकी पहली बार ही आयोजित की गई थी जिसकी वजह से यह कार्यक्रम वैष्णवो के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र बना रहा। शहर में जगह जगह आयोजित सभी कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में वैष्णव शामिल हुए जिससे पूरा शहर पुष्टिमय बन गया था।