दानवीरों के शहर में अंगदान का सिलसिला यथावत
सूरत।सूरत शहर दाताओ का शहर माना जाता है।हीरा और डायमंड नगरी के बाद अब अंगदाताओ के शहर के नाम से भी सूरत तेजी से आगे बढ़ रहा है।यहां अंगदान जैसे महादान का सिलसिला यथावत है।अंगदान के जरिये सैकड़ो लोगो के जीवन में उजास फैलाया जा रहा है।इसी दिशा में एक और ब्रेनडेड एक बुजुर्ग की किडनी सहित अंगदान से पांच व्यक्तियों को जीवनदान मिल गया है।
पर्वत पाटिया स्थित सिलिकॉन पैलेस निवासी 68 वर्षीय बिपिन कुमार शामजी दासानी को 31 मार्च को तड़के सुबह मिर्गी का दौरा आया था।परिवारवाले उन्हें तत्काल एक प्राइवेट हॉस्पिटल में लेकर गए।इसके बाद विशेष इलाज के लिए 2 अप्रैल को किरण हॉस्पिटल में भर्ती किया गया।जहां 3 अप्रैल को डॉक्टरों ने उन्हें ब्रेनडेड घोषित किया और इस बारे में डोनेट लाइफ संस्था के अध्यक्ष नीलेश मांडलेवाला का सम्पर्क किया।मांडलेवाला अपनी टीम के साथ हॉस्पिटल में पहुंचे।परिवारवालो को अंगदान का महत्व और समग्र के प्रर्किया के बारे में समझाया।परिवारवालो ने अंगदान के लिए सहमति दे दी।
मांडलेवाना ने बताया कि बुजुर्ग बिपिन कुमार की दान में मिली एक किडनी सूरत निवासी 50 वर्षीय महिला में तथा दूसरी किडनी वडोदरा निवासी 59 वर्षीय व्यक्ति में ट्रांसप्लांट की गई।जबकि लिवर का ट्रांसप्लांट सूरत निवासी 62 वर्षीय व्यक्ति में किया गया।आँखों का दान दो जरूरतमंद मरीजों को किया गया।इस प्रकार ब्रेनडेड हुए एक व्यक्ति के अंगदान से पांच व्यक्तियों को नया जीवन मिल गया।