सूरत।साकेत ग्रुप के नेतृत्व में आज "नारी शक्ति जल संचय यात्रा" का आयोजन भव्य रूप से किया गया। यह यात्रा सुबह 8:00 बजे श्याम बाबा मंदिर से शुरू होकर मेहंदीपुर बालाजी तक पहुंची। हजारों महिलाओं ने पारंपरिक कलश के साथ इस यात्रा में भाग लिया और जल संरक्षण के प्रति जागरूकता का संदेश पूरे क्षेत्र में फैलाया।
साकेत ग्रुप के संस्थापक श्री सांवरप्रसाद बुधिया ने इस यात्रा का नेतृत्व किया। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर. पाटिल के जल संरक्षण और स्थायी विकास के दृष्टिकोण से प्रेरित बताया। इस अवसर पर श्री बुधिया ने कहा, "जल संरक्षण न केवल वर्तमान की आवश्यकता है, बल्कि यह भविष्य की पीढ़ियों के लिए हमारी जिम्मेदारी भी है। इस यात्रा को महिलाओं के अहम योगदान ने एक सफल और प्रेरणादायक पहल बना दिया है।"
महिलाओं ने इस यात्रा के माध्यम से वर्षा जल संचयन और जल संरक्षण की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने अपने घरों और आस-पास के क्षेत्रों में जल संचयन की प्रणालियां लागू करने का संकल्प लिया।
इस यात्रा में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर. पाटिल ने भी भाग लिया। उन्होंने इस पहल की सराहना करते हुए कहा, "साकेत ग्रुप द्वारा आयोजित यह यात्रा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के जल संरक्षण के आह्वान का एक आदर्श उदाहरण है। सूरत इस दिशा में देशभर को प्रेरित करने वाला कार्य कर रहा है।"
"नारी शक्ति जल संचय यात्रा" ने यह साबित कर दिया कि जब जल संरक्षण की जिम्मेदारी महिलाओं के हाथों में होती है, तो यह प्रयास समाज की गहराइयों तक पहुंचता है। इस यात्रा में 40 से अधिक सामाजिक संगठनों की महिलाएं शामिल हुईं, जिनमें चूंदड़ी पहने राजस्थानी महिलाओं ने इसे सांस्कृतिक पहचान प्रदान की।
यह यात्रा साकेत ग्रुप के जल संरक्षण और महिला सशक्तिकरण के प्रयासों की एक और कड़ी है। इस पहल से जल बचाने और जागरूकता बढ़ाने के लिए समाज में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है।