अभातेयुप् की शाखा तेरापंथ युवक परिषद सरदारपुरा की सूचना पर आज नेत्रदान करवाया गया ।
नेत्रदान प्रभारी कैलाश जैन ने बताया कि उत्तम सुखानी, हरिश दरियानी, अनिल नहाटा की प्रेरणा से जोधपुर हरी ॐ नगर निवासी स्व. श्रीमति वर्षा पारवानी के नेत्रदान हेतु दयालदास (पति) ,मयंक (पूत्र) ने सहमति प्रदान की।
उसके बाद पुखराज अग्रवाल व राजेंद्र जैन मे टेक्निशियन कुनाराम द्वारा दोनो कॉर्निया लिए ।
तेयुप सरदारपुरा का ये 103वा नेत्रदान है।
प्रभारी कैलाश जैन ने बताया कि अभातेयुप नेत्रदान के क्षेत्र में पूरे भारत में अपनी लगभग 350 शाखा परिषदों के सहयोग से नेत्रदान के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करती है, अब तक 1500 से भी ज्यादा लोगों का मृत्युपरांत नेत्रदान करवाया जा चुका है । विदित हे एक व्यक्ति के नेत्रदान से कम से कम दो अंधकारमय जीवन रोशन होते हैं । नेत्रदान से जुड़ी कई भ्रांतियां का समाधान करते हुए
संयोजक आशीष वडेरा ने बताया कि नेत्रदान में आँखें नहीं बल्कि कोर्निया की हल्की सी परत निकाली जाती है जो किसी भी प्रकार से शारिरिक ढांचे को प्रभावित नही करती, किसी भी उम्र में नेत्रदान हो सकता है, मृत्युपरांत छह घंटे के अंदर इसको ऑय बैंक की मदद से संपादित करवाना होता है ।