सूरत।हाथ तापने के दौरान लड़कियों को अचानक उल्टियां होने लगीं और इसी दौरान वे बेहोश होकर गिरने लगीं। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनमें से तीन की मौत हो गई।
गुजरात के सूरत में अलाव से हाथ तापने के दौरान संदिग्ध हालात में तीन लड़कियों की मौत का मामला सामने आया है। पुलिस ने बताया कि यह घटना सूरत औद्योगिक क्षेत्र में उस वक्त हुई, जब तीनों लड़कियां कचरे का ढेर जलाते हुए हाथ ताप रही थीं इसी दौरान वे बेहोश होने लगीं और बाद में उनकी मौत हो गई। पीड़ितों की उम्र 8 से 14 साल के बीच है।
पुलिस ने कचरे से निकली जहरीली गैसों से उनकी मौत की आशंका जताई है। पुलिस का कहना है कि कचरे में ऐसा कुछ रहा होगा जिसको जलाने से जहरीली गैस बनी जो सांस के साथ लड़कियों के फेफड़ों तक पहुंच गईं और दम घुटने से उनकी मौत हो गई।
सचिन GIDC-1 पुलिस इंस्पेक्टर जेआर चौधरी ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 'हाथ तापने के दौरान लड़कियों को अचानक उल्टियां होने लगीं और इसी दौरान वे बेहोश हो गईं। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनमें से तीन की मौत हो गई।' उनमें से एक जिंदा बची लड़की ने बताया कि तीन अन्य लड़कियों की मौत संदिग्ध जहरीली गैस की वजह से हुई है।
पुलिस का कहना है कि मौत के असली कारणों का पता पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट आने और फोरेंसिक जांच के बाद ही पता चलेगा। पुलिस अधिकारी ने बताया, 'प्रथम दृष्टया लग रहा है कि मौत जहरीली गैस की वजह से हुई होगी।'
घटना के बारे में जानकारी देते हुए सूरत सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ केतन नाइक ने कहा कि 'लड़कियों ने शायद ऐसा कुछ जलाया होगा, जिससे जहरीला धुआं निकला और वे बेहोश होने लगीं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच के बाद मौत के असली कारणों का पता चल जाएगा।'