विश्व में 2 से 3 प्रतिशत बच्चे अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर से पीड़ित हैं - मनोचिकित्सक डॉ. मुकुल चौकसी
सूरत : दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने समृद्धि बिल्डिंग, नानपुरा, सूरत में 'अनदेखी मानसिक समस्याओं' पर एक जागरूकता सत्र आयोजित किया गया, जिसमें प्रख्यात मनोचिकित्सक डॉ. मुकुल चौकसी ने मानसिक समस्याओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
डॉ.मुकुल चोकसी ने कहा,'पहले महिलाएं ज्यादा आत्महत्या करती थीं,वहीं अब यह बात सामने आ रही है कि पुरुष ज्यादा आत्महत्या करते हैं।वर्तमान जीवन में कई व्यक्ति मानसिक समस्याओं से जूझ रहे हैं। व्यक्ति की सामाजिक स्थितिआर्थिक स्थिति के कारण कई बार मानसिक समस्याएं पैदा हो जाती हैं। वर्तमान समय में लोगों में सहनशीलता कम होती जा रही है। कई व्यक्तियों में पहले से ही मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती हैं, लेकिन अगर उन पर उचित ध्यान न दिया जाए तो वे भविष्य में बड़ा रूप ले लेती हैं।'
उन्होंने बच्चों में अटेंशन डेफिसिट डिसऑर्डर और अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एक वैश्विक सर्वेक्षण के अनुसार विश्व में 2 से 3 प्रतिशत बच्चे अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर से पीड़ित हैं। उन्होंने हाइपरइम्पल्सिविटी, व्यक्तित्व विकार, सीखने की अक्षमता के बारे में भी जानकारी दी।
चैंबर ऑफ कॉमर्स की जन स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष डॉ. पारुल वडगामा ने स्वागत भाषण दिया, जबकि समिति सदस्य डॉ. मिताबेन पासवाला ने वक्ता का परिचय दिया। अंत में वक्ता द्वारा उपस्थित लोगों के सभी प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर दिया गया। चैंबर के एसजीसीसीआई शिक्षा और कौशल विकास केंद्र के अध्यक्ष श्री महेश पमनानी ने सत्र का संचालन किया और उपस्थित लोगों को सर्वेक्षण के लिए धन्यवाद दिया। इसके बाद सत्र का समापन किया गया।