2025 का चातुर्मास करवाने के लिए कच्छ श्रावक समाज पूरी तरह तैयार
युगप्रधान शांतिदूत आचार्य श्री महाश्रमणजी के सन् 2025 के कच्छ चातुर्मास अर्जी हेतु गुरुवर कच्छ चातुर्मास दायित्व अभिव्यक्ति कार्यशाला का विशेष आयोजन डॉ मुनि श्री पुलकित कुमारजी की पावन सन्निधि में तेरापंथ भवन भुज के प्रांगण में हुआ। कार्यशाला के प्रथम चरण में कच्छ के दो प्रमुख क्षेत्रों गांधीधाम एवं भुज तेरापंथी समाज के विशिष्ट कार्यकर्ता सम्मिलित हुए ।गांधीधाम से बाबूलालजी सिंघवी, जयसिंह बोथरा, राजूभाई मेहता, नरेंद्रभाई संघवी, जीतु भंसाली, महावीर सालेचा आदि के साथ भुज से शांतिलालजी जैन, वाडीभाई मेहता,अशोकभाई खंडोल, हसमुखभाई मेहता, धनसुख कुबडीया,अशोकभाई संघवी ,जीतेन्द्रभाई मेहता,सुरेन्द्र गांधी महेता, भरत बाबरीया, भरत महेता, नरेंद्रभाई महेता, प्रभुभाई मेहता ,आशीष बाबरिया, एवं आदर्श संघवी आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे ।मुनिश्री पुलकित कुमारजी की विशेष प्रेरणा एवं मार्गदर्शन में सभी कार्यकर्ता एकजुट एवं तन मन धन से समर्पित व उत्साहित होकर गुरुवर के सन् 2025 के कच्छ चातुर्मास अर्जी हेतु संकल्पबद्ध बनकर 12 अगस्त को छापर में पहुंचेंगे। मीटिंग में गांधीधाम एवं भुज की संभावित चार जगह की उपलब्धि ,यातायात एवं यात्रियों की आवास सुविधा आदि विविध विषयों पर कार्यकर्ताओं ने अपने अपने तरीके से विचार प्रस्तुत किए।
कार्यशाला के द्वितीय चरण में भुज तेरापंथ युवक परिषद से महेश गांधी तथा जिग्नेश दोशी, तेरापंथी सभा से मोतीभाई शाह एवं वाडीलाल भाई मेहता, अणुव्रत समिति से नरेंद्रभाई मेहता एवं जीतूभाई दोशी,महिला मंडल से वीणा गांधी मेहता तथा काजल महेश गांधी एवं उपासकश्रेणी तथा ज्ञानशाला से प्रभुभाई मेहता आदि कार्यकर्ताओं ने पूज्य प्रवर के कच्छ चातुर्मास प्रवास के विभिन्न दायित्वों की समीक्षा करते हुए उन सब में स्वयं को नियोजित करने का संकल्प स्वीकार किया। इस अवसर पर मुनि आदित्य कुमारजी ने मंजिल पाने के लिए विश्वास जरूरी है गीत के माध्यम से सभी कार्यकर्ताओं में उत्साह एवं जोश भरने का कार्य किया।
डॉ.मुनि पुलकित कुमारजी ने इस संदर्भ में फरमाया तेरापंथ धर्मसंघ कच्छ के 225 वर्ष के इतिहास में पहली बार कच्छ के श्रावकों द्वारा पूज्य प्रवर के चातुर्मास हेतु एक व्यवस्थित रूप में अर्जी की जा रही हैं। कच्छ क्षेत्र का श्रावक समाज इस महामिशन को पूरा करने हेतु संकल्पबद्ध हो चुका है। जिस कार्य की शुरुआत उत्साह एवं आनंद के साथ होती हैं उसकी सफलता निश्चित ही मानी जाती है। आप सभी श्रावकों की इस चातुर्मास अर्जी पर पूज्य गुरुदेव विशेष मर्जी करवाएंगे ऐसा मुझे पूर्ण विश्वास है। कार्यक्रम में मंगलाचरण हस्ती कुबड़ियां ने किया।कार्यशाला का संचालन शांतिलाल भाई जैन ने किया।