सूरत।थामला निवासी बारडोली प्रवासी चक्षुदाता स्व.श्री अर्जुनलालजी की पुत्रवधु श्रीमती ललिता गणेश कुमठ ने चौथे वर्षीतप मे आचार्य श्री महाश्रमण जी 36 की तपस्या पच्चखान किया। ज्ञात हो ललिता बेन ने पूर्व मे भी कंठी तप,धर्मचक्रतप,सिद्धि तप,महा सर्वतोभद्र तप,एक से सतरह तक तप की लड़ी,तीन मासख़मण,सिद्धितप एकसना,आयम्बिल व अनेक तपस्या की है।श्रीमती ललिता बड़ी धार्मिक प्रवृति की है। उन्होंने छोटी उम्र एक कीर्तिमान स्थापित कर के थामला ग्राम व सरभोन बारडोली मे तेरापंथ धर्मसंघ का नाम रोशन किया है।आपका पूरा परिवार पूर्ण रूप से धर्मसंघ के प्रति समर्पित है। छोटी उम्र मे वर्तमान मे चौथा वर्षीतप गतिमान है।नित्य सामयिक स्वाध्याय नित्यक्रम है।