दुखांरी भूल जावो तस्वीर, थे बण जावो महावीर
बाड़मेर।अखिल भारतीय साहित्य परिषद के तत्वाव धान में भगवान महावीर के उपलक्य में कवि सम्मेलन का आयोजन स्थानीय फ्यूचरलिंक स्कूल के प्रागंण में जिले के ख्यातिनाम कवियों की कविताओं से आयोजित हुआ स्कूल प्रभारी गौरव बोहरा ने बताया कि गोष्ठी का आगाज कवयित्री श्रीमती नीलम जैन ने जीव की मिटा देते पीर हमारे महावीर सुनाकर माहौल महावीरमय कर दिया तो कवि मेघराज 'कवि' ने अपनी गज़ल आज तक पैदा नहीं हुआ त्रिशला के महावीर सा पेश कर जोश भरा वहीं कवि दिलीप राठी ने किस राघव का हो अभिनन्दन पेश की वहीं वरिष्ठ कवि चन्द्रप्रसाद गुप्ता 'चन्द्र' ने शिक्षा मनुष्य जीवन का अनमोल है उपहार, उमर फारूक गौरी ने तालीम बगैर जिन्दगी बेमक़सद है सुनाकर माहौल ताजा किया वहीं कवयित्री श्रीमती ममता शर्मा 'तरिणी' ने 'तुम वर्तमान को व्यर्थ में मत खोना' तो कवि राणाराम गोयल 'अभि' ने प्राचीन बाड़मेर को उद्वोलित करता गीत बाढाणे री सैर माहौल तरन्नुममय कर दिया वहीं कवि रामकुमार जोशी ने अपनी कविता से आनन्दित किया वहीं पवन संखलेचा नमन ने भगवान महावीर के जीवन चरित्र पर अपनी रचना सुनाई वहीं वरिष्ठ कवि डॉ. गोरधनसिंह सोढा 'जहरीला' ने राजस्थानी में अपना गीत 'दुखांरी भूल जावो तस्वीर, थे बण जावो महावीर' गाकर श्रोताओं को भी साथ गाने पर मजबूर कर दिया वहीं वरिष्ठतम कवि डॉ बंशीधर तातेड़ ने अपनी मधुर आवाज में गीत 'मत कहो कि अँधेरा है वो देखो सामने सवेरा है पेशकर माहौल काव्यमय कर दिया कवि सम्मेलन का सफल एवं प्रभावी संचालन कवि पवन संखलेचा 'नमन' ने किया इस विराट कवि सम्मेेलन में सैकड़ों की उपस्थिति के साथ अध्यापक गण संदीप उपाध्याय,महेश सोनी,जेठाराम,गौवर्धन,ऐश्वर्या मेहता,भरत,दिलीप,जालमसिंह,चैनी चौधरी,अनुभूति जोशी,पूजा राठौड़ व जितेन्द् और कंई गणमान्य लोग उपस्थित रहे प्रबंध निर्देशक अशोक बोहरा व साहित्य परिषद के पदाधिकारियों तथा मेहमानों द्वारा सभी कवियों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया अंत मे स्कूल मैनेजर मुकेश राठी ने सभी कवियों व मेहमानों तथा उपस्थित जनों का आभार व्यक्त किया ।