दर्शन रेजिडेंसी से प्रारंभ हुई शोभायात्रा परवत पाटिया होते हुवे चातुर्मासिक स्थल कुशल दर्शन दादावाड़ी में धर्मसभा में परिवर्तित हुई
सूरत। प.पू.खरतरगच्छाधिपति आचार्य भगवंत गुरुदेव श्री जिन मणिप्रभसूरीश्वर जी म.सा की आज्ञाअणूवर्ती प.पू.गच्छगणिनी गुरूवर्या श्री सुलोचना श्री जी म.सा.की शिष्या प.पू. साध्वी श्री प्रियस्नेहांजना श्री जी म.सा.आदि ठाणा 4 का परवत पाटिया स्थित कुशल दर्शन दादावाड़ी में हर्षोल्लास के साथ चातुर्मासिक मंगल प्रवेश हुआ।
बाड़मेर जैन श्री संघ द्वारा आयोजित चातुर्मास प्रवेश शोभायात्रा में रविवार को श्रद्धा का सैलाब उमडा पड़ा।संघ की आत्म जागृति चातुर्मास समिति के अध्यक्ष पुरषोत्तम धारीवाल ने बताया कि चातुर्मास प्रवेश शोभा यात्रा सुबह 9.00 बजे दर्शन रेसीडेंसी से प्रस्थान कर परवत पाटिया के विभिन्न मार्गो से होते हुए कुशल दर्शन दादावाड़ी पहुंची। शोभा यात्रा में साध्वी प्रियसनेहांजना श्री आदि ठाणा -4 के साथ कई महिला मंडल लाल पिले परिवेश में कलश लिए मंगल गीत गाते चल रही थी। वही पुरुष वर्ग साफा बांधे जिन शासन के जयकारों के साथ नाचते झूमते चल रहे थे।सचिव सुरेश मालू ने बताया कि बाद में शोभायात्रा कुशल दर्शन दादावाड़ी में धर्मसभा में परिवर्तित हुई।धर्म सभा में मंगलाचरण से कार्यक्रम की शुरुआत हुई।उपस्थित विभिन्न शहरों के संघों द्वारा गुरुवंदन व बाड़मेर जैन श्री संघ द्वारा कांबली भेंट की गई।प्रतिभा बोथरा ने कविता के माध्यम से अपने भाव व्यक्त किए वही संघ के वरिष्ठ श्रावक संपतराज धारीवाल ने गीतिका के माध्यम से अपने अंदाज में अपने भाव प्रकट किए।कन्या मंडल द्वारा सुंदर नाटिका की प्रस्तुति दी।बाड़मेर जैन श्री संघ की और से अध्यक्ष प्रकाशचंद मेहता तथा आत्म जागृति चातुर्मास समिति के अध्यक्ष पुरुषोत्तम धारीवाल ने सभी अतिथियों का अपने भावों से स्वागत किया।
साध्वी प्रियस्नेहाजना ने अपने संबोधन में कहा कि चातुर्मास आत्म जागृति का पर्व है,व्यक्ति को स्वयं आत्म रमण कर धर्म की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।उन्होंने आगे बताया कि मनुष्य भव मिलना अत्यंत दुर्लभ है।इसे व्यर्थ न गंवाए।बाड़मेर जैन श्री संघ को चातुर्मास के 5 महीने का लाभ मिला है।इस अवसर में त्याग तपस्या धर्म ध्यान का सभी लाभ ले। साध्वी श्री प्रिय वीरांजना श्रीजी म.सा.साध्वी श्री
प्रिय पुण्यान्जना श्रीजी म.सा.,साध्वी श्री प्रीत पूर्वांजना श्रीजी म.सा ने धर्म सभा को संबोधित किया।
धर्मसभा में भजन गायक महावीर देसाई ने मुझे लगी गुरु संग प्रीत दुनिया क्या जाने .....म्हारे सिर पर गुरूसा रो...हाथ कोई म्हारे कोंई करसी........आदि भक्ति गीतों की प्रस्तुति ने शमा बांधा,भजन गायक महावीर देसाई ने अपनी चिरपरिचित अंदाज में भजनों की प्रस्तुति पर श्रावक श्राविकाये नाचते झूमते रहे।साध्वी श्री के
चातुर्मास मंगल प्रवेश के अवसर पर अक्कलकुआ,तलोदा,खापर,फलोदी,शहादा बाड़मेर आदि संघों से पधारे से अतिथियों का संघ की तरफ से स्वागत किया गया।विशेष अतिथि के रूप में पधारे सूरत महानगरपालिका स्लम समिति के चेयरमैन एवम् स्थानीय पार्षद दिनेश राजपुरोहित,DYSP गौतम सेठिया(चोहटन) महावीर इंटरनेशनल अंतरास्ट्रीय उपाध्यक्ष गणपत भंसाली,मीडिया से पधारे रिखबचंद नाहटा,राजू तातेड का बाड़मेर जैन श्री संघ ने श्रीफल व माला पहनाकर सम्मान किया।कार्यक्रम का सुंदर संचालन चम्पालाल बोथरा ने किया।