कई ले -भागुओ ने सूरत से किया पलायन,मार्केट में पेमेंट की स्थित ठीक नहीं,
सूरत। कोरोना के बाद कपड़ा मार्केट में पेमेंट का सिस्टम सुधरने की जगह बिगड़ता जा रहा है।कपड़ा व्यापारियों को बाहर मंडियों में उधार भेजे गए माल का पेमेंट विलंब से मिलने से व्यापारी ग्रे,मिल व एंब्रॉयडरी जॉब का पेमेंट समय पर नहीं चुका पा रहे है।पिछले डेढ़ वर्ष में एंब्रोइडरी कारखानेदारो का अंदाजित 100करोड़ रुपए का पेमेंट टेक्सटाइल मार्केटों में अटका हुआ है।कारखानेदारो ने एंब्रॉयडरी एसोसियेशन में जॉब वर्क की कमी व विलंब हो रहे पेमेंट की शिकायत की है।दीपावली के बाद शादी विवाह व त्योंहारों की सीजन में पर्याप्त जॉब वर्क की उम्मीद थी पर बाहर मंडियों में बिक्री के अभाव में ये सीजन भी लगभग फेल होती दिखाई दे रही है।एंब्रॉयडरी कारखानेदारो का कहना है कि मंदी के साथ पेमेंट की बड़ी समस्या खड़ी हुई है।जिसके कारण छोटे एंब्रॉयडरी खातेदारों के अस्तित्व पर प्रश्न चिन्ह लगने लगा है।खातेदार प्रोडक्शन के अभाव में खाते का भाड़ा,बिजली बिल,कारीगरों की पगार व अन्य खर्चे नही निकाल पा रहे है।वही मार्केट के व्यापारी से जॉब वर्क कराने के बाद 6-6महीने से पेमेंट मिलता है।वही मार्केट से चीटर पार्टी पलायन कर जाने से कारखानेदारो की मूल रकम भी फस जाती है।
उल्लेखनीय है कि एंब्रोडेयरी खातेदारों के एसोसियेशन टेक्सटाइल एंब्रोडेयरी जॉब वर्क एसोसियेशन द्वारा वेबसाइट बनाई जा रही है।जिसमे लेट पेमेंट देने वाले व्यापारी तथा ले -भागू प्रवृत्ति के व्यापारियों का विवरण अपलोड किया जाएगा जिससे व्यापार करने से पहले संबंधित व्यापारी के विषय में जानकारी प्राप्त कर ही व्यापार कर सके।एंब्रॉयडरी एसोसियेशन में कई खातेदार मदद ले रहे है।एसोसियेशन पुलिस से संपर्क कर चीटर व्यापारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की अपील की जायेगी।