सूरत: सूरत हवाई अड्डे को आधुनिक और सुविधाजनक बनाने के लिए केंद्रीय मंत्री सी.आर. पाटिल की अध्यक्षता में नई दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में केंद्रीय विमानन मंत्री के.आर. नायडू, स्थानीय विधायक और एएसी सदस्यों ने भाग लिया। इसमें सूरत एयरपोर्ट के विकास से संबंधित 11 प्रमुख मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई।
बैठक में चर्चा के मुख्य बिंदु:
1. सूरत-मुंबई उड़ान सेवा: उड़ानों की संख्या और आवृत्ति बढ़ाने पर जोर दिया गया।
2. ई-वीज़ा सुविधा: विदेशी पर्यटकों के लिए ई-वीज़ा सुविधा शुरू करने की योजना।
3. चार लेन वाली सड़क: एयरपोर्ट प्रवेश तक चार लेन सड़क के विकास का प्रस्ताव।
4. ऑटो-रिक्शा पार्किंग: यात्रियों और चालकों के लिए विशेष पार्किंग स्टैंड।
5. 24x7 उड़ान संचालन: एटीसी कर्मचारियों की संख्या बढ़ाकर 24 घंटे संचालन सुनिश्चित करना।
6. पीपीपी मोड पर विकास: एयरपोर्ट के खुले स्थानों के विकास के लिए पीपीपी मॉडल अपनाने का सुझाव।
7. सीआईएसएफ आवास सुविधा: सुरक्षा बलों के लिए 400 से अधिक आवासीय इकाइयों की योजना।
8. टर्मिनल भवन निर्माण: लंबित टर्मिनल भवन कार्यों को शीघ्र पूरा करना।
9. कोहरे में उड़ान सुविधा: निम्न दृश्यता प्रक्रिया (एलवीपी) को लागू करने की योजना।
10. आगमन और प्रस्थान कनेक्टिविटी: दोनों क्षेत्रों को बेहतर तरीके से जोड़ने की योजना।
11. डीजी यात्रा सुविधा: यात्रियों के लिए डिजिटल सिस्टम से यात्रा प्रक्रिया को सरल बनाना।
बैठक में विधायक संदीप देसाई, एएसी सदस्य परेश पटेल, सुरेश अग्रवाल, केवल शाह और केयूर खेनी ने भाग लिया। इन योजनाओं के कार्यान्वयन से सूरत का हवाई संपर्क मजबूत होगा और व्यापार, पर्यटन एवं यात्रियों के अनुभव में सुधार आएगा।