"No Resolution, Only Revolution" शिविर का आयोजन
पुणे में दादावाड़ी अहिंसा भवन में पंन्यास नयरक्षितविजयजी और पंन्यास राजरक्षितविजयजी की पावन निश्रा में युवा-युवतियों के लिए "No Resolution, Only Revolution" शिविर का आयोजन हुआ। प्रकाशमल पारसमल मेहता परिवार ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
पंन्यास नयरक्षितविजयजी ने कहा कि जीवन में केवल संकल्प नहीं, बल्कि स्थायी बदलाव और क्रांति लाना आवश्यक है। धीरे-धीरे और स्थिरता से आगे बढ़ने, हर दिन की योजना बनाने और छोटे, व्यवहारिक संकल्पों पर ध्यान केंद्रित करने का संदेश दिया। उन्होंने मानसिक और आंतरिक बदलाव के महत्व पर जोर दिया और जीवन में प्राथमिकताएं बदलने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि व्यापार, अध्ययन महत्वपूर्ण हैं, लेकिन जीवन, प्रेम और परिवार को प्राथमिकता देना जरूरी है। धर्म को जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाएं। सही दृष्टिकोण और कम्युनिकेशन स्किल्स से जीवन और करियर को बेहतर बनाया जा सकता है।
पंन्यास राजरक्षितविजयजी ने कहा कि आज डॉक्टर, इंजीनियर बनना आसान है, लेकिन सच्चा इंसान बनना कठिन है। स्वार्थ छोड़कर दूसरों के लिए जीने को जीवन की सबसे बड़ी क्रांति बताया। उन्होंने यह भी कहा कि सच्चे इंसान की कमी के कारण ही वैश्विक समस्याएं, जैसे ग्लोबल वार्मिंग और प्राकृतिक आपदाएं बढ़ रही हैं।
शिविर में प्रतिभागियों ने 3-3 घंटे ध्यान, प्रवचन और अन्य गतिविधियों का आनंद लिया। कार्यक्रम ने आत्म-सुधार, सही दृष्टिकोण और जीवन की प्राथमिकताओं को समझने का संदेश दिया।