सूरत।दिनांक 03 जनवरी 2025 को गंधार और हजीरा कार्यालयों के संयुक्त तत्वावधान में हजीरा कंप्रेशर स्टेशन में राजभाषा सम्मेलन आयोजित हुआ। दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ, जिसमें श्री अभिजीत मजुमदार और श्री देबाशीष सेनगुप्ता ने मुख्य अतिथियों के साथ भाग लिया।
गंधार कार्यालय के प्रभारी ने भाषा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए हिन्दी के गर्व और संस्कृति की वाहक भूमिका पर जोर दिया। हजीरा के कार्यालय प्रमुख ने हिन्दी के कार्यालय और व्यक्तिगत जीवन में उपयोग का आग्रह किया।
मुख्य अतिथियों में डॉ. अनीता शुक्ल (बड़ौदा), श्री बैंत्सै फुश्तोश (हंगरी), सुश्री शिक्षा धनपत (मॉरीशस), और डॉ. पी. बालामुरुगन (तमिलनाडु) शामिल थे। उन्होंने सांस्कृतिक वैश्वीकरण और हिन्दी भाषा के विविध पहलुओं पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
सम्मेलन में डॉ. अनीता शुक्ल और डॉ. पी. बालामुरुगन को "गेल गरिमा पुरस्कार" से सम्मानित किया गया, जबकि युवा प्रतिभाओं को "गेल हिन्दी युवा सेवी सम्मान" प्रदान किया गया।
कार्यक्रम का संचालन शक्तिवीर सिंह ने किया और समापन श्री अमिय विश्वरंजन नायक ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया।