सूरत।सूरत में पहली बार,सेवा फाउंडेशन ने मेंहदीपुर बालाजी मंदिर कंपाउंड, सिटी लाइट में सामूहिक रूप से गौ माता के छप्पन भोग का आयोजन किया। इस अनूठे कार्यक्रम के माध्यम से नव वर्ष का स्वागत श्रद्धा और समर्पण के साथ किया गया। आयोजन में 100 से अधिक डलियां गौ माता को समर्पित की गईं,जिनमें मेवा,अनाज,फल, सब्जियां,गेहूं,बाजरा,मक्का,चने की रोटियां,खिचड़ी,खल, लापसी और हरा घास जैसे पौष्टिक व्यंजन शामिल थे।
गौ माता के लिए छप्पन भोग का महत्व परंपरा और श्रद्धा को बढ़ावा देने के साथ-साथ गौ माता की सेवा के माध्यम से समाज में सकारात्मकता और जागरूकता लाने का प्रयास था।
पहली बार गौ माता को छप्पन भोग समर्पित किया गया,जो श्रद्धालुओं के लिए मुख्य आकर्षण रहा। कार्यक्रम की शुरुआत भजन और आरती के साथ हुई। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना में भाग लिया और भक्तिमय वातावरण का अनुभव किया। श्रद्धालुओं ने कहा कि यह पहली बार है जब उन्होंने गौ माता के रूप में 33 करोड़ देवी-देवताओं को एक साथ छप्पन भोग का प्रसाद समर्पित होते देखा। यह आयोजन सेवा और समर्पण का प्रतीक बना। इसके माध्यम से समाज में गौ माता के प्रति आदर और प्रेम के साथ-साथ परंपरा और सेवा के महत्व का संदेश दिया गया। आयोजन में अग्रम चेरिटेबल ट्रस्ट
के नथमल अग्रवाल,निरंजन अग्रवाल और संजय मोड़ा का अग्रणी सहयोग रहा।
इस ऐतिहासिक आयोजन को सफल बनाने में अंजनी गर्ग,कविता अग्रवाल,मधु अग्रवाल, प्रेरणा भाऊवाला,इंद्रा बंका,नीलम गोयल,प्रेमा गुप्ता,सत्यभामा अग्रवाल का सामूहिक सहयोग व समर्पण रहा।