पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्य श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी ने मुमुक्षु महावीर मालू को संयम दीक्षा ग्रहण का शुभ मुहूर्त्त प्रदान किया।
सूरत।धोरीमन्ना जिला-बाडमेर निवासी मुमुक्षु महावीर मालू को संयम ग्रहण का शुभ मुहूर्त्त प्रदान किया गया। मुमुक्षु महावीर अपने परिवार के साथ पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्य श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. के सानिध्य में पहुँचा। जहाँ उसके परिवार की ओर से गौतम मालू कगाउ ने पूज्यश्री से मुहूर्त्त प्रदान करने की विनंती की। तत्पश्चात् श्रेष्ठिवर्य श्री गौतमचंद सौ. मीनादेवी मालू के सुपुत्र मुमुक्षु महावीर ने दीक्षा का मुहूर्त्त प्रदान करने का भावभरा निवेदन किया।
24 वर्षीय मुमुक्षु महावीर पिछले साढे तीन वर्षों से पूज्य गुरुदेवश्री के पास शिक्षा ग्रहण कर रहा है। इस अवसर पर पूज्य गुरुदेवश्री ने कहा- संयम के बिना आत्मा का कल्याण नहीं है। संयम के भाव आना मुश्किल,भाव आये तो टिकना मुश्किल है। इस पंचमकाल में परिपक्व उम्र में संयम ग्रहण की आकांक्षा तभी हमारे हृदय में उत्पन्न होती है, जब आत्म-कल्याण की रूचि हो।
पूज्यश्री ने फाल्गुन वदि 4 रविवार ता. 16 फरवरी 2025 का शुभ मुहूर्त्त प्रदान किया। शुभ मुहूर्त की घोषणा श्रवण कर मुमुक्षु महावीर झूम उठा। बाडमेर में यह तीसरी दीक्षा का मुहूर्त्त प्रदान किया गया है।
गुणायाजी तीर्थ जीर्णोद्धारः भट मुहूर्त्त 13 दिसम्बर को।
सूरत - अनंत लब्ध्रध निध्वान गौतमस्वामी केवलज्ञान भूमि श्री गुणायाजी तीर्थ का सांगोपांग जीर्णोद्धार चल रहा है। खनन मुहूर्त शिलान्यास आदि संपन्न हो चुका है। अब जिन मंदिर का कार्य प्रारंभ हो रहा है। उस हेतु भट मुहूर्त्त अर्थात् संगमरमर के प्रथम पाषाण की स्थापना ता. 13 दिसम्बर 2024 को होने जा रही है।
भट मुहूर्त्त का चढावा सूरत नगर में पूज्य गुरुदेव युगदिवाकर अवंति तीर्थोद्धारक गुणायाजी जीर्णोद्धार प्रेरक गच्छाधिपति आचार्य श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. की पावन निश्रा में ता. 20.10.2024 को महामांगलिक के अवसर पर बोला गया। इस बोली ने अपने आप में कीर्तिमान स्थापित किया। इसका लाभ मूल गोगोलाव नागोर वर्तमान में रांची निवासी श्री मोहनलालजी अनोपचंदजी चंदनकंवर सुभाषजी बोथरा परिवार ने लिया।
इस अवसर पर पावापुरी तीर्थ के अध्यक्ष श्री सुरेन्द्रकुमारजी पारसान,मंत्री शांतिलाल बोथरा, ट्रस्टी सुभाष बोथरा,गुणायाजी तीर्थ जीर्णोद्धार समिति के संयोजक तेजराज गुलेच्छा, निर्माण संयोजक महावीर मेहता, सदस्य तिलोकचंद पारख आदि की उपस्थिति थी।
संघवी तेजराज गुलेच्छा ने जीर्णोद्धार की रूपरेखा प्रस्तुत की। महावीर मेहता ने कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को गुणायाजी तीर्थ पर कैवल्य ज्योति महोत्सव के आयोजन की रूपरेखा बताते हुए उस दिन वहाँ सकल श्री संघ को पधारने का निवेदन किया।
पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्य श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी का आगामी विहार कार्यक्रम।
सूरत।पूज्य गुरुदेव युगदिवाकर अवंति तीर्थोद्धारक तीर्थ गुणायाजी जीर्णोद्धार प्रेरक गच्छाधिपति आचार्य श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. आदि ठाणा चातुर्मास की पूर्णाहुति पर सूरत पाल से ता. 16 नवम्बर को नवसारी की ओर विहार करेंगे।दो दिवसीय प्रवास के पश्चात् वहाँ से विहार कर अंकलेश्वर, भरूच होते हुए बडौदा पधारेंगे। वहाँ से पालीताना की ओर विहार करेंगे।
आगामी आयोजित छ:पारित संघ व दीक्षाये
●ता. 5 से 11 दिसम्बर अयोध्यापुरम् से सिद्धाचल छह री पालित संघ
●दिनांक 20 से 24 दिसम्बर सोनगढ से सिद्धाचल छह री पालित संघ
●दिनांक 26 से 30 दिसम्बर सोनगढ से सिद्धाचल छह री पालित संघ
●31 व 1 जनवरी सिद्धाचल तीर्थ छठ तप पूर्वक सात यात्रा
●दिनांक2 जनवरी से सिद्धाचल तीर्थ पर उपध्वान तप प्रारंभ
●ता. 20 जनवरी से 31 जनवरी चितलवाना से जीरावला तीर्थ छह री पालित संघ
●दिनांक 16 फरवरी को बाडमेर में अंजनशलाका प्रतिष्ठा व भागवती दीक्षाऐं।
●दिनांक 23 फरवरी को बाछडाउ में विमलनाथ मंदिर प्रतिष्ठा
●दिनांक 3 मार्च को चौहटन में अंजनशलाका प्रतिष्ठा व भागवती दीक्षाऐं।