-पावापुरी गुनावां जी तीर्थ का सवा तीन सौ करोड़ रूपयों के लागत से होगा जीर्णोद्धार
सूरत। शहर के पाल स्थित श्री कुशल कांति खरतरगच्छ भवन पाल में युग दिवाकर खरतरगच्छाधिपति आचार्य श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. की मंगल सन्निधि में महामांगलिक सूरी मंत्र साधना के आशीष प्रदान किए गए। आज रविवार 20 अक्टूबर को महामांगलिक की वाणी में श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. ने कहा कि सूरी मंत्र की पांच पीठीकाएं होती है उसमें विद्या, महाविद्या, उप विद्या, मंत्र और मंत्र राज। सूरी मंत्र अपने आप में एक अदभूत मंत्र है। मंत्र बहुत है और मंत्र दो प्रकार के है। एक बिज मंत्र और एक नाम मंत्र। जो मंत्र हमारे मन को पवित्र बनाते है। जो एक ऐसी रचना करते है, अदभूत वातावरण का निर्माण करते है। जिससे स्वाभाविक रूप से सिद्धिओं की उपलब्धि होती है। बीज मंत्र का अपना कोई अर्थ नहीं होता, लेकिन अपने आप में शक्ति सम्पन्न होते है। विशिष्ट कार्य के लिए बीज का समायोजन होता है। सूरी मंत्र बीज मंत्रों का समूह है। इस मंत्र में किसी भी देवी देवताओं का नाम नहीं है। पहली पीठीका की आराधना हमें बुद्धि देती है, दूसरी पीठी का की आराधना किर्ती, तीसरी पीठिका वृद्धि यानि लक्ष्मी देती है। चौथी पीठीका की आराधना शक्ति देती है और पांचवी पीठीका की आराधना हमें सिद्धी और शुद्धि देती है। साधु का अर्थ है जो साधना करें। तपश्चर्या के दौरान मौन, आहार कम, निंदा कम होनी चाहिए, साधना ही विश्राम है।
मनितप्रभ म.सा. ने कहा कि आज दिन, आज की यह फिजाएं कुछ अलग अदभूत लग रही है। सूर्य उगने की प्रक्रिया बहुत ही सामान्य लग रही है। बादल भी वैसे ही बरसते है, हवाएं भी वैसे ही चलती है। हमारी भी दिनचर्या वैसे ही चलती रहती है। फिर भी आज के दिन में बहुत फर्क है। क्योंकि आज गुरूदेव के दर्शन हुए है।
आज गुरू वधामणा किया गया। जिसमें चढ़ावा चढ़ाया गया।
- पावापुरी गुनावां जी तीर्थ का जीर्णोद्धार होगा
पावापुरी गुनावां जी तीर्थ के जीर्णोद्धार का ट्रस्ट मंडल के प्रतिनिधि आज पधारे। इसके बारे में जानकारी देते हुए कहा कि गौतम स्वामी का मंदिर का जीर्णोद्धार होगा। दो साल पहले भूमिपूजन किया गया था। 16 एकर भूमि में सवा तीन सौ करोड़ रूपए लागत से निर्माण किया जाएगा। जिसमें भगवान महावीर और गौतम स्वामी का मंदिर करीबन सवा सौ करोड़ से बनाया जाएगा। सूरी मंत्र मंदिर, युवाओं के लिए म्युझियम बनाया जाएगा। तीन धर्मशाला बनायी जाएगी। 11 दिसंबर को फट मुर्हुत होगा। इसका चढ़ावा बोला गया। जिसमें एक करोड़ एक लाख का चढ़ावा बोला गया। जिसका लाभ मूल नागौर के बोथरा परिवार रांची ने लाभ लिया। साथ ही बहन साहब के पुस्तक का विमोचन भी किया गया।