उद्यमियों ने की फिर से शुरू करने की मांग
सुरत।डीजीवीसीएल के औद्योगिक एच.टी. बिजली कनेक्शन वाले बिजली उपभोक्ताओं के बिजली बिल में रात के समय बिजली खपत पर 0.43 पैसे प्रति यूनिट की छूट दी गई थी। यह छूट जून 2024 के बिल से डीजीवीसीएल ने देना बंद कर दिया गया है। जिसे पुर्न शुरू करने की मांग उद्यमियों ने की है। इस संदर्भ में सचिन इंडस्ट्रीयल कॉ. ऑ. सोसायटी ने उर्जा मंत्री समेत अन्य विभागों को पत्र लिखा है।
सचिन इंडस्ट्रीयल कॉ. ऑ. सोसायटी अध्यक्ष नीलेश गामी और सेक्रेटरी मयूर गोलवाला ने बताया कि भारत में सबसे महंगी बिजली गुजरात राज्य में है। इंडस्ट्रियल पावर बिल में दूसरे राज्यों में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी का
प्रावधान किया गया है। गुजरात राज्य में उद्योगपतियों को बिजली बिल में किसी भी तरह की राहत नहीं दी जाती है। इसलिए उत्पादन लागत महंगी हो जाती है। ऐसे में दूसरे राज्यों की प्रतिस्पर्धा में टिके रहना मुश्किल हो रहा है। साथ ही वर्तमान मंदी के माहौल में उद्योगों का अस्तित्व बचाना भी मुश्किल हो गया है, ऐसी विकट परिस्थिति में एचटी बिजली कनेक्शन वाले उद्योगों को रात के समय बिजली खपत की छूट बंद कर दी गयी है, बिजली महंगी हो गयी है, उत्पादन लागत बढ़ गयी है। इस लिए उद्योगों को कायम रखना मुश्किल है। 30 फीसदी बिजली महंगी होने से उद्योगपतियों के लिए यह चिंता का विषय है। डीजीवीसीएल द्वारा एच.टी. से बिजली कनेक्शन वाले उद्योगों को रात्रि के समय बिजली खपत पर प्रति यूनिट 0.43 पैसे की छूट फिलहाल बंद कर दी गई है, जिसे उद्योगों के हित में पुनः प्रारंभ करने की मांग की है।