-तपती गर्मी में महातपस्वी आचार्यश्री महाश्रमणजी ने किया 13 किलोमीटर का विहार
-जिला परिषद प्राथमिक शाला पूज्यचरणों से हुआ पावन
चिंचपुर,बीड़।पूरे भारत में इस समय गर्मी का प्रभाव दिखाई दे रहा है। कई राज्यों में तो अभी से लू चलने लगी है। ऐसे में लोगों का दिन में निकलना भी बहुत मुश्किल हो गया है, किन्तु जनकल्याण की भावना से महाराष्ट्र राज्य गतिमान जैन श्वेताम्बर तेरापंथ धर्मसंघ के वर्तमान अधिशास्ता आचार्यश्री महाश्रमणजी अपनी धवल सेना के साथ निरंतर गतिमान हैं। शनिवार को प्रातःकाल युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमणजी ने आष्टि से मंगल प्रस्थान किया। कुछ समय बाद ही सूर्य की किरणें धरती को मानों तवे की भांति गर्म करने लगीं, किन्तु प्राकृतिक प्रतिकूलताओं से अप्रभावित आचार्यश्री अपने गंतव्य की ओर गतिमान थे। जन-जन को अपने आशीष से आच्छादित करते हुए लगभग तेरह किलोमीटर का विहार कर आचार्यश्री चिंचपुर गांव में पधारे। आचार्यश्री अपनी धवल सेना के साथ चिंचपुर गांव में स्थित जिला परिषद प्राथमिक शाला में पधारे। गांव के सरपंच व स्कूल के प्रिंसिपल आदि ने आचार्यश्री का भावभीना स्वागत किया।
स्कूल परिसर में आयोजित मुख्य प्रवचन कार्यक्रम में उपस्थित श्रद्धालुओं को शांतिदूत आचार्यश्री महाश्रमणजी ने पावन प्रतिबोध प्रदान करते हुए कहा कि कर्त्तव्य और अकर्त्तव्य की प्रेरणा प्रदान करते हुए कहा कि आदमी जीवन में आया है तो उसके अनेक कर्त्तव्य होते हैं। इसमें कर्त्तव्य सावद्य और निरवद्य भी हो सकता है। साधु का भी अपना कर्त्तव्य होता है। साधु का पहला कर्त्तव्य होता है-साधुत्व की रक्षा करना। साधु अपने साधुत्व की रक्षा कर लेता है तो उसके उपरान्त वह जनकल्याण करे, लोगों को सन्मार्ग दिखाए, सेवा करे तो अच्छी बात हो सकती है।
गृहस्थ भी अपने जीवन में अनेक कर्त्तव्यों से बंधा हुआ होता है। पिता का अपना कर्त्तव्य है, पुत्र का अपना कर्त्तव्य है, माता का अपना कर्त्तव्य, बेटी का अपना कर्त्तव्य, सेवक का अपना कर्त्तव्य, राजा का अपना कर्त्तव्य होता है। आदमी को अपने कर्त्तव्य के प्रति सजग रहने का प्रयास करना चाहिए। आदमी अपने कर्त्तव्य के प्रति जागरूक रहें, यह काम्य है।
मंगल प्रवचन के उपरान्त सरपंच श्री संतोष धवले ने आचार्यश्री के स्वागत में अपनी भावनाओं की अभिव्यक्ति दी। 21 अप्रेल को भगवान महावीर जयंती का कार्यक्रम पूज्य सन्निधि में जामखेड़ में आयोजित होगा। पूज्य सन्निधि में होने वाले इस कार्यक्रम के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु उपस्थित होंगे।