एकल श्रीहरि द्वारा भव्य श्री राम कथा का आयोजन वीआईपी रोड स्थित श्याम मंदिर के लखदातार हॉल में दोपहर तीन बजे से किया गया । तीन दिवसीय कथा के प्रथम दिन सोमवार को व्यासपीठ से कथाकार संगीता दीदी ने अपने निर्दोष और मधुर वाणी से सभी का मन मोह लिया । ब्यास कथाकार संगीता दीदी ने बताया कि जब नगरवासी वनवासियों को गले लगा लेंगे तो ये भारत सही मायने में विश्व गुरु बनेगा । क्योकि भारत की आत्मा गांवों में बसती है । शिव पार्वती के प्रसंग के दौरान दीदी ने बताया शिवजी विश्वास का प्रतीक है और माँ पार्वती श्रद्धा की प्रतीक है । और जब व्यक्ति के जीवन में श्रद्धा बढ़ने लगती है, तब ही संत का आगमन होता है । कथा में आदिवासी नगरीय कथा टोली के साथ सभी श्रद्धालु झूम झूमकर नृत्य करने लगे । एकल श्रीहरि द्वारा वनवासी कथाकार तैयार किए जाते है । व्यासपीठ पर विराजित संगीता दीदी भी उनमें से एक है ।