सूरत।सूरत में पेट्रोल-डीजल की किल्लत के बढ़ते हाहाकार के बीच जिला कलेक्टर आयुष ओके ने सूरत पेट्रोल एसोसिएशन और तेल कंपनियों के अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक की और तेल कंपनियों से नागरिकों के लिए पेट्रोल-डीजल मिलना मुश्किल नहीं बनाने का आग्रह किया.
मिली जानकारी के अनुसार सूरत शहर-जिले में पेट्रोल-डीजल की किल्लत को लेकर पिछले कुछ दिनों से हाहाकार मच गया है।निजी पेट्रोल पंप संचालकों ने पेट्रोल-डीजल की बिक्री के समय में कटौती की और मोटर चालकों को पेट्रोल-डीजल की सीमित आपूर्ति की शुरुआत की। सरकारी कंपनियों के पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल लेने के लिए जहां लंबी लाइनें लग रही हैं, वहीं इस मुद्दे को सुलझाने के लिए जिला कलेक्टर आयुष ओके ने सूरत के पेट्रोल पंप एसोसिएशन के नेताओं और सरकारी तेल कंपनियों के अधिकारियों के बीच संयुक्त बैठक की।बैठक में SPCL कंपनी ने एक मुद्दा उठाया था कि पेट्रोल - डीजल परिवहन के लिए उनके पास कम टैंकर की व्यवस्था है। इसलिए पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति में देरी हो रही है। दूसरी ओर सरकारी कंपनियों की तुलना में निजी कंपनियों के पेट्रोल पंप बंद हो रहे हैं क्योंकि पेट्रोल-डीजल ऊंचे दामों पर बिक रहा है। इससे सरकारी पेट्रोल पंपों पर वाहनों की संख्या बढ़ गई है। उपरोक्त प्रश्नों के बाद कलेक्टर आयुष ओके ने तेल कंपनियों से कहा कि परिवहन व्यवस्था नहीं होने की स्थिति में व्यवस्थाओं को बढ़ाने के निर्देश दिये गये हैं और यदि मौजूदा परिस्थितियों में व्यवस्थाओं को बढ़ाना संभव नहीं है तो परिवहन का समय बढ़ा दें।
साथ ही बैठक में कलेक्टर ने तेल कंपनी व पेट्रोल एसोसियेशन के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आगामी समय मे नागरिकों को पेट्रोल-डीजल भरवाने के लिए दिक्कते न आये ऐसी व्यवस्था करे।