- एक साल बाद जब व्यापारी ने हिसाब मांगा तो धमकी देकर भाग गया
सूरत।सूरत के रिंगरोड कोहिनूर मार्केट में पूर्व में कपड़े का कारोबार करने वाले और सेकेंड वीआईपी रोड के बुजुर्ग व्यापारी को रिंग रोड कोहिनूर हाउस का बिजनेस पार्टनर बनाने का कहकर 38.50 लाख रुपये का निवेश करवाने के बाद अपने भाई के साथ दुकान बंद कर फरार हो गया होने के मामले में सलाबतपुरा पुलिस में शिकायत के आधार पर अपराध दर्ज कर जांच शुरू की है।
सलाबतपुरा पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सूरत के सेकेंड वीआईपी रोड स्थित पुण्यभूमि सोसाइटी के गोकुल्या-बी निवासी और वर्तमान में कपड़ा दलाल के रूप में काम करने वाले 58 वर्षीय अनिलभाई घनश्यामदास जिंदल 2012 से 2018 तक रिंगरोड कोहिनूर मार्केट में अंबाजी ट्रेडर्स के नाम से कपड़े का व्यापार कर रहे थे।वर्ष 1992 से वह पूर्णिमा प्रिंट्स के नाम से रिंगरोड कोहिनूर हाउस में अपने भाई आलोक उर्फ बंटी के साथ कपड़े का कारोबार करने वाले रूपेश जैन उर्फ नीटू श्री ब्रिजभूषण जैन (निवासी-शिखर रेजीडेंसी,किशनधाम सोसायटी, पिपलोद) को जानते थे।इस लिए वर्ष 2018 में उसकी दुकान पर आया और उसके बिजनेस में पार्टनर बनने की बात कही।रूपेश और उनके भाई आलोक ने साल के अंत में हिसाब-किताब करने के बाद मुनाफा देने पर सहमत हुए। अनिलभाई ने दोनों भाइयों को फरवरी 2018 से जनवरी 2019 के बीच कारोबार में निवेश करने के लिए 12 लाख रुपये नकद और 26.50 लाख रुपये बैंक के माध्यम से कुल 38.50 लाख रुपये दिए।हालाँकि जब साल के अंत में हिसाब माँगा गया तो दोनों भाइयों ने अमर्यादित जवाब दिया और धमकी दी और बाद में अपनी दुकान बंद कर फरार हो गए।इस संबंध में अनिलभाई की शिकायत के आधार पर सलाबतपुरा पुलिस ने शुक्रवार को रूपेश जैन के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज की और आगे की जांच शुरू की है।