सूरत।SGST ने हाल ही में भावनगर से एक तौर तरीके वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया। जिसमे आधार केंद्र का गलत इस्तेमाल कर जरूरतमंदों के आधार कार्ड में मोबाइल नंबर बदल दिए गए और उसी के आधार पर फर्जी बिलिंग कांड को अंजाम दिया गया । अब sgst की जांच में सामने आया है कि इस तरह देश में कुल तीन हजार नंबर जारी किए गए है और उनके आधार पर दस हजार करोड़ रुपए का लेनदेन किया गया है।
गुजरात में ऐसे 7000 नंबर मिले थे । इनमे से एसजीएस आधे मामलो को सुलझाने में सफल रही है। बाकी में कार्यवाही जारी है। अन्य राज्यो का डाटा जो उस जीएसटी विभाग को भेजा गया है। घोटालों को अब हवा मिलनी शुरू हो गई है। आधार केंद्र ले जाने पर उसका नाम,नंबर और पता वही रहा लेकिन मोबाइल नंबर बदल गया था। तो जो भी ओटीपी आता है। साथ ही अन्य राज्यो में फर्जी आधार के नाम पर फमें खोली गई । जिसमे उस जगह के फर्जी पट्ठे बनाए गए थे । तो कुछ मामलो में दस्तावेजों से छेड़छाड़ कर नंबर लेने के लिए दस्तावेज बनाए गए ।