संकल्प शक्ति से पा सकते है इच्छित मंजिल : साध्वी डॉ गवेषणाश्री
सेलम।अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मण्डल के तत्वावधान में तेरापंथ महिला मण्डल, सेलम के द्वारा साध्वी डॉ गवेषणाश्रीजी के सान्निध्य में तेरापंथ सभा भवन में "संकल्प की शक्ति" (The Power of Resolution) विषयक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
साध्वीश्रीजी के नमस्कार महामंत्र समुच्चारण के साथ कार्यशाला का शुभारम्भ हुआ। महिला मण्डल की बहनों ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया। श्रीमती शालिनी लूंकड़ ने स्वागत स्वर प्रस्तुत किया।
बाधा- विपदा से नहीं घबराएँ
कार्यशाला में उपस्थित जनमेदनी को सम्बोधित करते हुए साध्वी डॉ गवेषणाश्री ने कहा कि हर व्यक्ति कामयाब होना चाहता है, अपनी इच्छित मंजिल को पाना चाहता है, लेकिन कभी कभी वह कार्य की सिद्धि तक नहीं पहुंच पाता। कारण की खोज में जाते है तो लगता है कि मंजिल का निर्धारण तो कर लिया, लेकिन थोड़ी सी विपदा, बाधा आई डिग जाता है।
दृढ़ संकल्पित व्यक्ति होता सफल
साध्वीश्रीजी ने आगे कहा कि हर व्यक्ति में उतनी ही शक्ति होती है, जितनी कोलम्बस में थी। जो अपने छोटे जहाज' पिल्टा" को लेकर अथाह सागर में नई दुनिया की खोज में निकल पड़ा और अमेरिका की खोज कर दी। वे लोग अभागे होते है, जो अपने जीवन में संकल्प नहीं करते। संकल्प के साथ परीक्षा होती है, किन्तु उस परीक्ष में वही सफल होता है, जिसका दृढसंकल्प होता है।
सही लक्ष्य के साथ बड़े आगे
साध्वीश्रीजी ने प्रेरणा पाथेय प्रदान करते हुए कहा कि कार्य की सिद्धि के लिए सबसे जरूरी है- सही लक्ष्य का निर्धारण, उसके साथ जनून, मजबूत संकल्पबल, दृढ़ इच्छाशक्ति, सकारात्मक चिन्तन, विपरीत परिस्थितियों में भी अड़ग रहना। इन बिन्दुओं के साथ आगे बढ़ने वाला सदैव सफलता की सिढ़ी को प्राप्त करता है, इच्छित मंजिल तक पहुंच पाता है।
स्वप्न नहीं, संकल्प होते पूरे
साध्वी श्री मयंकप्रभा ने कहा- सिर्फ भाग्य के भरोसे बैठे कुछ नहीं होता उसके साथ इच्छाशक्ति, पुरुषार्थ और मेहनत जुड़ जाये तो हर स्वप्न साकार हो जाता है। क्योंकि सपने कभी पूरे नहीं होते और संकल्प कभी अधूरे नहीं रहते। साध्वी श्री दक्षप्रभा ने सुमधुर गितिका प्रस्तुत की। साध्वी श्री मेरुप्रभा ने कुशलतापूर्वक कार्यक्रम का संचालन किया। धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती सरिता चौपड़ा ने दिया। इस अवसर पर महिला मण्डल पदाधिकारियों, सदस्यों के तेरापंथ समाज के श्रद्धालु श्रावक उपस्थित थे।